अयोध्या। रामनगरी में भक्तों का उत्साह गजब का है। देशभर में भक्त पलक-पांवड़े बिछा रहे हैं। सबकी नजर कल यानी सोमवार पर है। कल रामनगरी के भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है। भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए बीते 5 दिन से तमाम अनुष्ठान चल रहे हैं। आज इन अनुष्ठान का छठा और अंतिम दिन है। आज अनुष्ठान के तहत पहले सुबह 10 बजे विभिन्न प्रदेशों के वाद्य यंत्रों को बजाकर मंगलध्वनि की जाएगी। फिर पवित्र सरयू नदी के जल से रामलला के सिंहासन को स्नान कराया जाएगा। इसके साथ रामलला के विग्रह को भी सरयू के जल से स्नान कराने का अनुष्ठान है। 125 कलश के जल से भगवान रामलला स्नान करेंगे। इसके बाद शैयाधिवास का अनुष्ठान होना है। बीते 5 दिन से कई अधिवास रामलला के लिए किए जा चुके हैं।
इससे पहले शनिवार को अनुष्ठान के पांचवें दिन वास्तुपूजा की गई थी। भगवान रामलला के विग्रह का पुष्पाधिवास भी बीते कल हुआ था। इसके साथ हवन और 81 कलशों की स्थापना के साथ उनकी पूजा की गई थी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र और उनकी पत्नी यजमान के तौर पर भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए हो रहे अनुष्ठान कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड में भी यजमान के तौर पर दंपति ने तय समय पर ही सभी कार्य पूरे किए हैं। अब सबको कल का इंतजार है, जब पूजा-पाठ के बाद राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान रामलला के नए विग्रह की आंखों से पट्टी हटा दी जाएगी।
सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी सरयू का जल लेकर हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे। वहां बजरंगबली से आज्ञा लेकर वो राम मंदिर पहुंचेंगे। 12.05 बजे से पीएम मोदी पूजा में शामिल होंगे। 12.30 बजे 84 सेकेंड का मुहूर्त है, जब प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा होगा। इसके बाद पीएम मोदी राम मंदिर परिसर में 8000 विशिष्ट जनों को संबोधित करेंगे। संबोधन के बाद वो अयोध्या के शिव मंदिर जाएंगे। वहां मोदी पूजा-अर्चना करेंगे। मंगलवार 23 जनवरी से आम भक्तों को राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने का सौभाग्य हासिल होगा। यहां गर्भगृह में रामलला के नए विग्रह के साथ पुराना विग्रह, भगवान राम के भाइयों के विग्रह, शालिग्राम शिला और बजरंगबली के दर्शन भक्त कर सकेंगे।