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Kandi Encounter: कंडी एनकाउंटर में लश्कर आतंकी आबिद वानी ढेर, कई और दहशतगर्द घिरे, राजनाथ और सेना प्रमुख आज जम्मू में

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी अब नए तरीकों से हमले कर रहे हैं। बीते दिनों सेना के ट्रक को आतंकवादियों ने निशाना बनाया था। उसमें भी कई जवान शहीद हुए थे। लश्कर के छद्म नाम पीएएफएफ ने सेना के ट्रक को निशाना बनाए जाने की जिम्मेदारी ली थी। अब कंडी की घटना में भी पीएएफएफ ने जिम्मेदारी ली है।

राजौरी। जम्मू-कश्मीर में राजौरी के कंडी इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ अभी जारी है। यहां आतंकियों के गुट को सुरक्षाबलों ने घेर रखा है। इस मुठभेड़ में जवानों को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी आबिद अहमद वानी को मार गिराने में सफलता मिली है। सूत्रों के मुताबिक आबिद अहमद वानी ने जम्मू-कश्मीर में जी-20 की होने वाली बैठक के दौरान बड़ी आतंकी वारदात करने का मंसूबा पाल रखा था। मुठभेड़ वाली जगह पर अभी और आतंकियों के फंसे होने की जानकारी मिल रही है। कंडी में फंसे आतंकियों ने शुक्रवार को एक विस्फोटक उपकरण से बड़ा धमाका भी किया था।

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आतंकियों के किए इस धमाके से सेना के जेसीओ समेत 5 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह और सेना के बड़े अफसर भी मौके पर पहुंचे थे। इस बीच, आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय जम्मू जाने वाले हैं। वहां राजनाथ और जनरल पांडेय सुरक्षा व्यवस्था और आतंकियों के खिलाफ जारी एक्शन की समीक्षा करेंगे। दोनों का दौरा जी-20 की बैठक से पहले हो रहा है और बहुत अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि आज की समीक्षा बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना और अर्धसैनिक बलों का अभियान और तेज होगा।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी अब नए तरीकों से हमले कर रहे हैं। बीते दिनों सेना के ट्रक को आतंकवादियों ने निशाना बनाया था। उसमें भी कई जवान शहीद हुए थे। लश्कर के छद्म नाम पीएएफएफ ने सेना के ट्रक को निशाना बनाए जाने की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद कंडी की घटना में जवानों को देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करना पड़ा है। जम्मू-कश्मीर में इससे पहले पीएएफएफ ने कश्मीरी हिंदुओं और दूसरे राज्यों के प्रवासियों को टारगेट किया था। संगठन ने कई लोगों की जान ली थी। इनमें मुसलमान भी थे।