Sukesh Chandrasekhar: महाठग सुकेश चंद्रशेखर की चिट्ठी से एक्शन में LG, मुख्य सचिव को भेजी शिकायत

Sukesh Chandrasekhar: एलजी ने महाठग की चिट्ठी पर संज्ञान लिया है और मुख्य सचिव को शिकायत फॉरवर्ड ​कर दी है यानी की एलजी सक्सेना ने साफ कर दिया है कि सुकेश की इस चिट्ठी पर एक्शन होगा। बता दें कि महाठग सुकेश 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।

Avatar Written by: November 1, 2022 2:49 pm
sukesh chandrasekhar & Jain

नई दिल्ली। महाठग सुकेश चंद्रशेखर की चिट्ठी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल सुकेश चंद्रशेखर की एक चिट्ठी वायरल हो रही है। जो कि उसने दिल्ली के एलजी को लिखी है। चिट्ठी में सुकेश ने दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और आम आदमी पार्टी पर वसूली का आरोप लगाया है। इस चिट्ठी को लेकर दिल्ली सरकार और भाजपा आमने-सामने आ गई है। भाजपा चिट्ठी सामने आने के बाद सत्येंद्र जैन का इस्तीफा मांग रही है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मोरबी कांड से ध्यान भटकाने के लिए पार्टी सुकेश चंद्रशेखर का सहारा ले रही है। इसी बीच एक बार फिर से दिल्ली सरकार और एलजी के बीच जंग छिड़ते दिखाई दे रही है। दरअसल सुकेश की चिट्ठी पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना एक्शन में आ गए है।

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एलजी ने महाठग की चिट्ठी पर संज्ञान लिया है और मुख्य सचिव को शिकायत फॉरवर्ड ​कर दी है यानी की एलजी सक्सेना ने साफ कर दिया है कि सुकेश की इस चिट्ठी पर एक्शन होगा। बता दें कि महाठग सुकेश 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।

 एलजी को भेजी चिट्ठी में सुकेश ने क्या-क्या लिखा?

लेकिन अब खबर है कि एलजी वीके सक्सेना ने इस चिट्ठी पर संज्ञान लेते हुए एक्शन के लिए मुख्य सचिव को भेज दिया है। बता दें कि सुकेश चंद्रशेखर ने चिट्ठी में लिखा था तिहाड़ जेल में सुरक्षा लेने के लिए सत्येंद्र जैन ने उनसे 10 करोड़ रुपये वसूले। इसके एवज में उन्हें जेल में सुख-सुविधा और सुरक्षा मुहैया करवाने का आश्वसन दिया गया था। इतना ही नहीं सुकेश ने ये भी आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी ने दक्षिण भारत में बड़ी जिम्मेदारी देने के नाम उनसे 50 करोड़ रुपये लिए है। इसके अलावा सुकेश ने चिट्ठी में लिखा कि जैन ने डीजी जेल को 1.5 करोड़ देने को कहा। कोलकाता में जैन के सहयोगी चतुर्वेदी के जरिए पैसे लिए गए।