newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Local to Global: विपक्षियों का ‘बेड़ा गर्क’ करने के लिए PM मोदी का तैयार है मास्टरप्लान, अमेरिका से लेकर भोपाल तक छोड़ी इसकी छाप

PM Modi: जहां उन्होंने मुख्तलिफ मसलों का जिक्र कर  कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने पटना में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधा। इसके अलावा मुस्लिमों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया।  जिस पर ओवैसी का भी बयान सामने आया और उन्होंने ओबामा के बयान का हवाला देकर पीएम मोदी पर निशाना साधा।

नई दिल्ली। देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में पीएम मोदी का जलवा और जौहर देखने को मिल रहा है। हर किसी की जुबां पर महज एक ही नाम है और वो नाम है मोदी। दो जून की रोटी के लिए मुहाल पाकिस्तान से लेकर विकास के मोर्चे पर नित दिन नए प्रतिमान गढ़ने वाले अमेरिका तक में अगर किसी के नाम का खूमार है, तो वो नाम है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। व्हाइट हाउस पर पीएम मोदी ने जब तकरीरों की दरिया हाई, तो गोरों ने भी तालियां बजाने से गुरेज नहीं किया। जब अमेरिका की संसद में पीएम मोदी को संबोधन देने का मौका मिला, तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। वहीं, भारत अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर विस्तारपूर्वक समझौते भी हुए, जो कि आगामी दिनों में दोनों देशों के रिश्तों को ऊर्जान्वित करेंगे।

pm modi

वहीं, तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के बाद पीएम मोदी मिस्र पहुंचे। जहां दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दोें पर समझौते हुए। इस बीच एक मिस्री लड़की ने पीएम मोदी को बॉलीवुड का गाना भी सुनाया जिसे सुनकर प्रधानमंत्री मंत्रमुग्ध हो गए। वहीं, अमेरिका की तर्ज पर भारत और मिस्र के बीच भी कई मुद्दों पर समझौते हुए, जिसे जल्द ही जमीन पर उतारने की कवायद शुरू की जाएगी। बहरहाल, इन समझौते को जमीन पर उतारने के बाद आगामी दिनों में दोनों देशों के रिश्ते में क्या कुछ असर देखने को मिलता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन अब इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आप मन ही मन सोच रहे होंगे कि आप हमें ये सब क्यों बता रहे हैं? ये सारी बातें तो पुरानी हो चुकीं हैं। बेशक ये बातें पुरानी हो चुकी हैं, लेकिन इन बातों में एक मर्म छुपा है, उस मर्म का नाम है  जैसे देश वैसा भेष। पीएम मोदी द्वारा की जा रही इन सभी गतिविधियों में उनका जैसा देश वैसा भेष वाला चरित्र चरितार्थ होता हुआ नजर आ रहा है।

ध्यान दें कि अमेरिका-मिस्र दौरे के दौरान पीएम मोदी ने वैश्विक मुद्दों को प्रमुखता दी तो वहीं दूसरी तरफ अब जब पीएम मोदी स्वदेश लौटे, तो वे यहां के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं। बता दें कि स्वदेश लौटने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उनसे मणिपुर की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त है। बता दें कि  मणिपुर पिछले कुछ दिनों से जातीय हिंसा की जद में आकर झुलस रहा है। वहीं, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी भोपाल में आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम को संबोधित किया।

PM MODI 56

जहां उन्होंने मुख्तलिफ मसलों का जिक्र कर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने पटना में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधा। इसके अलावा पसमांदा मुस्लिमों के मुद्दे को लेकर भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।  जिस पर ओवैसी का भी बयान सामने आया और उन्होंने ओबामा के बयान का हवाला देकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। ध्यान दें कि पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान ओबामा ने राष्ट्रपति जो बाइडन को सुझाव दिया था कि वह पीएम मोदी संग वार्ता के दौरान भारत में मुस्लिम के साथ हो रहे अत्याचार का मुद्दा भी उठाए।

PM Modi at MP

गौरतलब है कि ओबामा के इस बयान के बाद भारत में कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया था, जिसके बाद देश में राजनीतिक पारा अपने चरम पर पहुंच गया था, मगर प्रधानमंत्री के इन तमाम गतिविधियों से तो एक बात साफ होती है कि वे जहां कहीं भी जाते हैं, वहां के माहौल को अपने अंदर आसानी से आत्मसात कर जाते हैं, जो कि विरले ही किसी राजनीतिज्ञ में देखने को मिलता है।  वहीं, अमेरिका में पाकिस्तानी मूल की अमेरिकी पत्रकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हितों को लेकर पूछे गए सवाल का भी पीएम मोदी ने मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि, वैश्विक मंच पर लोग उस पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल की अलग-अलग तरीकों से व्यख्या कर रहे हैं।  इसके अलावा आज राजधानी भोपाल में पीएम मोदी ने उन सभी ज्वलंत मुद्दों को उठाया जिसे लेकर अभी राजनीतिक पारा अपने चरम पर है। पीएम मोदी ने यूसीसी, पसमांदा मुस्लिम, भ्रष्टाचार और विपक्षी एकता सहित अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस सहित अन्य दलों पर जोरदार हमला बोला, जिसे लेकर अभी तक तो विपक्ष की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, अब सियासी गलियारों में सियासी विश्लेषकों के जेहन में यह जानने की आतुरता भी अपने चरम पर पहुंच चुकी है कि विपक्ष की ओर से पीएम मोदी के संबोधन पर क्या प्रतिक्रिया आती है?