नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में विपक्ष को एकजुट करने में लगी कांग्रेस को चुनाव से पहले ही बड़ा झटका लगा है। कहां कांग्रेस उम्मीद लगाए बैठी थी कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी लेकिन पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी अकेले अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने अपने ताजा बयान में कहा है कि टीएमसी सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वो भी अकेले।
तृणमूल कांग्रेस ने छोड़ा कांग्रेस का साथ
ये बयान इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि बीते काफी समय से सीटों को लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच समझौता चल रहा था और कहा जा रहा था कि जल्द ही दोनों पार्टियां मिल कर चुनाव लड़ेंगी और सीटों को लेकर भी अंतरिम रूप देंगी लेकिन डेरेक ओ ब्रायन ने बयान ने सभी अटकलों को खत्म कर दिया है और साफ कर दिया है कि पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ने वाली है।
अकेले चुनाव लड़ेगी टीएमसी
असम और मेघालय की कुछ सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर ब्रायन ने कहा कि इसमें कोई बदलाव नहीं आया है। मेघालय में तुरा लोकसभा सीट से पार्टी चुनाव लड़ेगी। बता दें कि ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस’ का हिस्सा ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी है लेकिन लगता है कि चुनाव से पहले ही गठबंधन में बिखराव नजर आ रहा है। ये कांग्रेस के लिए पश्चिम बंगाल में बड़ा झटका माना जा रहा है। लेकिन चुनाव से पहले कांग्रेस की बात आम आदमी पार्टी से बन गई है और सीटें भी लगभग तय हैं। जबकि समाजवादी पार्टी के साथ यूपी में बात गई है और सीटों का बंटवारा भी गया है। महाराष्ट्र में महाविकासी अघाड़ी के साथ भी कांग्रेस का सीटों का बंटवारा लगभग तय माना जा रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल में ही कांग्रेस अब अकेली पड़ गई है।