नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध करने वाले आरोपियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। अब तक इस मामले में संलिप्त 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेने और आरोपियो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उधऱ, राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की और इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी भी बयान की मांग की है। लेकिन, आपको बता दें कि अभी तक शाह की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
उधर, बीते दिनों संसद में इस पूरे मामले को लेकर विपक्षियों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया। वहीं, हंगामा करने के मामले में अब तक 15 सांसदों को संसद से निलंबित कर दिया गया है, जिसमें से 14 लोकसभा तो 1 राज्यसभा से हैं। राज्यसभा से निलंबित किए गए डेरेक ओ ब्रायन के निलंबन के मामले को संसद की विशेषाधिकार समिति को भी भेज दिया गया , लेकिन इसके बावजूद भी जब संसद में जारी बवाल नहीं थमा, तो इसे आगामी 18 दिसंबर तक स्थगित कर दिया गया। वहीं, अब विपक्षी दलों का कहना है कि संसद की सुरक्षा पर चर्चा से बचने के लिए सांसदों का निलंबन किया जा रहा है, जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों के नाम लंबा चौड़ा पत्र लिखा है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने अपने पत्र में क्या कुछ कहा है ?
लोकसभा स्पीकर ने अपने खत में क्या लिखा?
आपको बता दें कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अपने पत्र में बीते13 दिसंबर को हुई संसद की सुरक्षा में सेंध वाली घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई मौकों पर देशवासी इस तरह की घटना के गवाह रह चुके हैं। ओम बिरला ने आगे कहा कि यह चिंता का विषय है। इस स्थिति में सभी दलों को एकजुट होना होगा। मैंने इस मामले की जांच के लिए दो समितियों का गठन किया है। जल्द ही समिति की जांच रिपोर्ट को संसद के पटल पर प्रस्तुत किया जाएगा।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि इससे पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी हैं। जब सांसदों ने संसद में स्याही फेंकी तो किसी ने चप्पल फेंका, तो किसी ने पर्ची फेंकी, तो किसी ने अमर्यादित व्यवहार किया । इससे पहले कई बार सदन में कुछ सांसद बदूंक तक तान चुके हैं, तो कुछ ने मिर्ची पाउडर तक फेंकीं हैं, जिसका गवाह पूरा देश रहा है। लोकसभा स्पीकर ने कहा कि 13 दिसंबर वाली घटना के संदर्भ मैंने कुछ व्यक्तिगत तौर पर सांसदों से विचार-विमर्श किए। उधर, ओम बिरला ने स्पष्ट कर दिया कि हाल ही में जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उनका 13 दिसंबर वाली घटना से कोई लेना-देना नहीं है।
इतने संसदों किए जा चुके हैं निलंबित
आपको बता दें कि 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद सदन में हंगामा करने के मालमे में अब तक 15 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है, जिसमें इनमें बेनी बेहनन (कांग्रेस), मोहम्मद जावेद (कांग्रेस), पी आर नटराजन (सीपीआईएम), कनिमोझी (डीएमके), वीके श्रीकंदन (कांग्रेस), के सुब्रमण्यम, एसआर पार्थिबन (डीएमके), एस वेंकटेशन (सीपीआईएम) और मनिकम टैगोर (कांग्रेस) शामिल हैं।