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Maharashtra: इस दिन होगा महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार, शिंदे गुट के 7 नेताओं को मिल सकती है कैबिनेट में जगह

Maharashtra: उस वक्त उद्धव की तरफ से इस सियासी भूचाल को विराम देने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन अफसोस इसमें उन्हें कोई सफलता  नहीं मिली। आखिर में इसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। वहीं, अब तो  शिंदे गुट को सुप्रीम कोर्ट द्वारा वैधानिक भी करार दिया जा चुका है।

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से शिंदे सरकार को वैधानिकता प्राप्त होने के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा जोरों पर है। खबर है कि आगामी 26 मई को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है, जिसमें 7 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। यह सभी शिंदे गुट के होंगे। ध्यान रहे कि इससे पूर्व जब महाराष्ट्र में शिंदे गुट की बगावत के बाद नई सरकार का गठन हुआ था, तो मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया था, क्योंकि तब तक यह साफ नहीं हो पाया  था कि आखिर किसे मंत्रिमंडल में शामिल करना और किसे नहीं। वहीं, अभी तक जो खबर निकलकर सामने आई है, उसके मुताबिक, यह सभी सातों मंत्री शिंदे गुट के हैं। उधर, बीजेपी गुट में से किसे मंत्री पद का ताज पहनाया जाए, अभी तक इसके बारे में कोई खबर सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि आगामी दिनों में बीजेपी खेमे की ओर से भी कुछ नेताओं को मंत्री पद से  विभूषित किया जा सकता है।

eknath shinde devendra fadnavis uddhav thakrey

 

बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद गंवानी पड़ी थी। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की भूमिका पर सवाल उठाए, लेकिन कोर्ट ने शिंदे गुट के पक्ष में फैसला सुनाकर मौजूदा सरकार को वैधानिक करार दिया। दरअसल, कोर्ट में दाखिल की अपनी याचिका में उद्धव ठाकरे ने दोबारा चुनाव कराए जाने की मांग की थी और राज्यपाल की भूमिका को भी संदिग्ध बताते हुए उस पर  सवाल उठाए थे, लेकिन कोर्ट ने इन सभी दलीलों को सिरे से खारिज कर दिया। बता दें कि शिंदे ने उद्धव द्वारा सरकार बनाने के बाबत बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व की विचारधारा से समझौता होने से खफा होकर बीजेपी के साथ हाथ मिलाया था।

eknath Shinde

हालांकि, उस वक्त उद्धव की तरफ से इस सियासी भूचाल को विराम देने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन अफसोस इसमें उन्हें कोई सफलता  नहीं मिली। आखिर में इसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। वहीं, अब तो  शिंदे गुट को सुप्रीम कोर्ट द्वारा वैधानिक भी करार दिया जा चुका है। उधर, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आगामी दिनों में शिंदे गुट की ओर से क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।