नई दिल्ली। सोचकर ही हैरानी होती है कि यह तो वही विपक्षी एकता है, जो नरेंद्र मोदी के विजयी रथ को रोकने लिए दिन-रात कारस्तानी करने में जुटी रहती थी, लेकिन नरेंद्र मोदी के करिशमाई नेतृत्व के आगे इनकी सारी कारस्तानी जींवत होने से पहले ही जिस तरह धराशायी हो रही है, उसे लेकर ममता बनर्जी ने अनपा दर्ज जगजाहिर किया है। उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र कर कहा कि, ‘अगर कोई कुछ करते नहीं हैं, विदेश में रहते हैं तो कैसे चलेगा, इसीलिए हमें कई दूसरे राज्यों में जाना पड़ा। ममता ने मुंबई में सिविल सोसाइटी के सदस्यों से बातचीत के दौरान कहा, ”मैंने बहुत बार कांग्रेस को कहा कि एक एक्सपर्ट टीम बनाओ जो हमें गाइड करे लेकिन कांग्रेस ने नहीं सुना। हम चाहते हैं कि पूरे हिंदूस्तान में आप सिविल सोसायटी की एक कमिटी बनाओ और हमें बताओ कि क्या करना है। अगर किसी बेगुनाह को जेल में बंद किया है तो उसे बाहर निकालने की कोशिश करेंगे।”
बता दें कि कल तक मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए कांग्रेस के साथ चोली दामन का साथ निभाने वाली ममता बनर्जी आज कल कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलती दिख रही है। इससे पहले भी उन्होंने कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी पर हमला बोला था। गोवा में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान भी उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि कल तक हमारा साथ निभाने वाली कांग्रेस आज हमारे खिलाफ ही मोर्चा खोलने में जुट चुकी है। वहीं, कांग्रेस के नेताओं का अपनी ही पार्टी से अब मोहभंग होता जा रहा है। बीते दिनों जिस तरह से मेघालय में कांग्रेस के 12 नेताओं ने टीएमसी का दामन थाम है, उससे यह साफ जाहिर होता है।
अन्य राज्यों में विस्तार कर रही टीएमसी
गौर करने वाली बात यह है कि अब टीएमसी राज्य दल से राष्ट्रीय दल में तब्दील होने की राह पर अग्रसर हो चुकी है। आगामी गोवा विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी खुद की पैठ को मजबूत करने में जुट चुकी है। इसी कड़ी में विगत दिनों त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव टीएमसी हाथ आजमाया था, लेकिन अफसोस उसे कुछ खास कामयाबी नहीं मिली। सिर्फ एक सीट से ही संतुष्टी करनी पड़ गई। लेकिन ममता बनर्जी पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके कार्यों के लिए उत्साहित किया।