चेन्नई। लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए भारतीय जवान 40 वर्षीय के. पलानी का अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह रामनाथपुरम जिले के उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ कर दिया गया।
पलानी का पार्थिव शरीर बुधवार रात करीब 11.30 बजे मदुरै पहुंचा। मदुरै हवाईअड्डे पर सेना के अधिकारियों और अन्य ने शहीद पलानी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मदुरै हवाई अड्डे से पलानी के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से रामनाथपुरम जिले में उनके पैतृक गांव कडुक्कालुर ले जाया गया।
गांव के लोगों ने भी पलानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। पूरे सैन्य सम्मान के बीच परिवार को लोगों ने उनका अंतिम संस्कार किया। पलानी 18 साल की उम्र में भारतीय सेना में शामिल हो गए थे।
Army soldier #KPalani ‘s last rites were performed with military honors at his native village Kadukkalur in Ramanathapuram district in #TamilNadu. Hundreds of people paid their last respects to the #martyr.
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— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) June 18, 2020
पत्रकारों से बातचीत में उनके ससुर नचियप्पन ने कहा था कि उनकी बेटी वनति देवी रामनाथपुरम जिले के एक कॉलेज में क्लर्क के रूप में काम करती है। दंपति के दो बच्चे 10 वर्षीय बेटा प्रसन्ना और 8 वर्षीय बेटी दिव्या हैं। पलानी के छोटे भाई इदायाकनी भी भारतीय सेना में हैं और राजस्थान में तैनात हैं।