नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले एलएलसी चुनावों में बीएसपी सुप्रीमो मायावती (BSP chief Mayawati) सपा प्रत्याशी को हराने के लिए भाजपा या किसी अन्य पार्टी को समर्थन देने के अपने बयान पर अभी भी कायम हैं। सोमवार को मायावती ने कहा, जरूरत पड़ने पर बसपा राज्य में आगामी एमएलसी चुनावों में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को हराने के लिए भाजपा या किसी अन्य पार्टी का समर्थन करेगी। हमने सपा के दलित विरोधी कार्यों के खिलाफ अपना कड़ा रुख दिखाने के लिए यह निर्णय लिया है।
If needed, BSP will support BJP or any other party to defeat Samajwadi Party (SP) in the upcoming MLC elections in the state. We have taken this decision to show our firm stand against SP’s anti-Dalit actions: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/NEKBN2tL8D
— ANI UP (@ANINewsUP) November 2, 2020
मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब दिया है। मायावती ने कहा कि वे किसी का भी समर्थन करेंगी, लेकिन समाजवादी पार्टी को हर हाल में हराएंगी। मायावती ने ये भी स्पष्ट किया है कि भाजपा के साथ उनका कोई गठबंधन नहीं है। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा है कि वो भाजपा के साथ चुनाव लड़ ही नहीं सकतीं, क्योंकि उनकी पार्टी की विचारधारा उनसे नहीं मिलती।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती इस वक्त समाजवादी पार्टी के विश्वासघात से आहत हैं। ऐसे में उन्होंने कहा है कि वो किसी भी दबाव में आने वाली नहीं हैं। मायावती ने साफ किया है कि वो अभी संन्यास नहीं लेने वाली हैं, वे काफी मजबूत हैं और एमएलसी चुनाव में सपा को हराएंगी।
इससे पहले मायावती ने कहा था कि एमएलसी के चुनाव में बसपा जैसे को तैसा का जवाब देने के लिए पूरी ताकत लगा देगी। भाजपा को वोट देना पड़ेगा तो भी देंगे, लेकिन एमएलसी के चुनाव में सपा के उम्मीदवार को हराने के लिए पूरा जोर लगाएंगे।