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Delhi Mayor Election: भारी हंगामे के बाद टला मेयर चुनाव, BJP-AAP के बीच छिड़ी जुबानी जंग

Delhi Mayor Election: दरअसल, पार्षद के चुनाव के बाद मेयर का चुनाव होता है। मेयर के चुनाव से पूर्व पार्षद का शपथ ग्रहण होता है। मेयर का चयन चयनित पार्षद करते हैं, लेकिन बिना शपथ के पार्षद का वोट तब तक मान्य नहीं होता, जब तक कि उसका शपथ नहीं हो जाता है।

नई दिल्ली। थोड़ा धैर्य रखिएगा। हम आपको सबकुछ तफसील से बताएंगे। हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों आज विधानसभा में बीजेपी और आप के बीच जमकर हंगामा हुआ?  हम आपको ये भी बताएंगे कि आखिर क्यों आज विधानसभा में कुर्सियां तक फेंकने से गुरेज नहीं किया गया? हम आपको ये भी बताएंगे कि आखिर क्यों आज दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे को मरने मारने पर उतारू हो गए? हम आपको ये भी बताएंगे कि इस झड़प में कई नेता लहुलूहान भी हो गए। वो तो गनीमत रही कि विधानसभा में सुरक्षाकर्मी मौजूद थे, नहीं तो अगर इनका बस चलता तो ये लोग खून की दरिया तक बहाने से गुरेज ना करते। चलिए अब आपको सबकुछ विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, पार्षद के चुनाव के बाद मेयर का चुनाव होता है। मेयर के चुनाव से पूर्व पार्षद का शपथ ग्रहण होता है। मेयर का चयन चयनित पार्षद करते हैं, लेकिन बिना शपथ के पार्षद का वोट तब तक मान्य नहीं होता, जब तक कि उसका शपथ नहीं हो जाता है। इस पूरी प्रक्रियाओं को अंजाम देने के लिए आज की तारीख मुकर्रर की गई थी। सभी चयनित पार्षदों का शपथ होना था। जिसके बाद मेयर का चुनाव होना था, लेकिन उससे पहले सदन में भारी हंगामा हुआ। परिस्थितियां मरने-मारने पर उतारू हो गए। सदन में कुर्सियां तक चली। जिससे कई लोग चोटिल हो गए, तो कई लहुलूहान भी। दरअसल, आप का आरोप था कि बीजेपी मनोनीत पार्षदों का शपथ पहले दिलवा रही है, जबकि पहले जनता द्वारा निर्वाचित पार्षदों का शपथ पहले लेने की परंपरा रही है।

इस हंगामा से कई संपत्तियों का भी नुकसान हुआ। सदन में गंभीर परिस्थिति का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि सुरक्षाकर्मी भी इस बेकाबू स्थिति पर  काबू पाने में नाकाम रहे। बेकाबू स्थिति को ध्यान में रखते हुए विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

मेयर चुनाव भी टाल दिया गया। हालांकि, अब मेयर का चुनाव कब होगा? इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। बता दें कि इस हंगामे की वजह से चयनित पार्षदों का शपथ भी नहीं हो पाया है। बहरहाल, आज विधानसभा में जो कुछ भी स्थिति देखने को मिली है, उसके बाद अब बीजेपी-आप के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब यह आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला कब तक जारी रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।