
नई दिल्ली। पंजाब की बीजेपी इकाई में इस वक्त खुशी का माहौल है। सभी एक-दूसरे को बधाई देते हुए नजर आ रहे हैं। एक-दूसरे को आगोश में लपेटकर हर्ष इजहार करने का क्रम वर्तमान में चढ़ीगढ़ स्थित भाजपा कार्यलाय में जारी है। दरअसल, इस हर्ष के माहौल के पीछे की वजह मेयर चुनाव में हुई बीजेपी की जीत है। बता दें कि चंडीगढ़ में बीजेपी ने मेयर चुनाव में जीत का पताका फहराया है और दूसरी विरोधी पार्टियों को मुंह की खानी पड़ी है, जिसमें कांग्रेस-आप और अकाली दल शामिल हैं। मेयर चुनाव में हुई इस जीत को लेकर पार्टी में उत्साह का माहौल है। इस जीत के साथ ही अब चंडीगढ़ के मेयर की कुर्सी पर अनुप गुप्ता विराजमान हो चुके हैं। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। बीजेपी ने 15 सीटों पर जीत का पताका फहराकर मेयर चुनाव में अपनी बादशाहत कायम की है। अब आइए जरा जानते हैं कि बीजेपी ने ये कमाल कैसे किया?
BJP wins Chandigarh Mayor polls as it got total 15 votes while the AAP got 14 votes. BJP’s Anup Gupta to become Chandigarh’s new mayor.
— ANI (@ANI) January 17, 2023
तो जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि बीजेपी ने 15 सीटों पर जीत का झंडा फहराया है और वहीं पंजाब में सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने 14 सीटों पर जीत हासिल की थी। जीत महज एक सीट के अंतर से हो, लेकिन जीत तो जीत है। जिसकी वजह से बीजेपी में अभी उत्साह का माहौल है। इस जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं अब इस जीत का आगामी दिनों में पंजाब की राजनीतिक माहौल में क्या कुछ असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि चंडीगढ़ में आप और बीजेपी, दोनों के पास 14-14 पार्षद हैं। अब ऐसे में आपके जेहन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर बीजेपी को जीत कैसे मिल गई?
कैसे हुई बीजेपी की जीत?
दरअसल, चंडीगढ़ से बीजेपी सांसद किरण खेर ने बीजेपी की झोली में वोट कर दिया। जिसकी वजह से बीजेपी जीत दर्ज करने में सफल रही। इसके अलावा बीजेपी के जीत के पीछे की एक वजह यह भी रही कि मेयर चुनाव में अकाली दल और आम आदमी पार्टी की दूरियों का भी बीजेपी को जीत के रूप में मिल गया। जिससे पार्टी के लिए विजयी की राह आसान हो गई।
कांग्रेस अपने पार्षदों को कर चुकी है शिफ्ट
आपको बता दें कि कांग्रेस पहले ही अपने पार्षदों को हिमाचल प्रदेश शिफ्ट कर चुकी थी। उधर, आम आदमी पार्टी ने भी अपने पार्षदों को राजधानी दिल्ली स्थानांतरित कर दिया था, जिसकी वजह से पार्टी को बड़ा फायदा मिल गया। जिसकी वजह से वो वोट नहीं कर पाए, और फायदा बीजेपी को मिल गया। खैर, पार्टी में खुशी का माहौल है, लेकिन आप एक बात यह भी जान लीजिए कि यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब बीजेपी ने मेयर चुनाव में जीत का पताका फहराया है, बल्कि इससे पहले भी पार्टी मेयर चुनाव में जीत दर्ज कर अपनी बादशाहत कायम कर चुकी है।