नई दिल्ली। गलवान घाटी पर अपना दावा करने वाले चालबाज चीन को करारा जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि गलवान पर चीन का दावा बेकार है, अमान्य है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि, चीन ने इससे पहले कभी गलवान पर इस तरह का दावा नहीं किया। गलवाल को लेकर चीन बढ़ा चढ़ाकर गलत दावा कर रहा है।
इसके अलावा चीन को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि, चीन ने मई के महीने में कई जगह से घुसपैठ करने की कोशिश की, हमने पश्चिमी थियेटर में चीन के घुसपैठ का उचित जवाब दिया। इसके अलावा हमारी सेना इस क्षेत्र में पेट्रोलिंग करती है, लेकिन कभी भी चीन के इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश नहीं की, लेकिन चीन की तरफ से ऐसा देखा गया है।
आपको बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि एलएसी पर चीन का दावा स्वीकार्य नहीं है। चीन ने 6 जून को समझौता तोड़ दिया है। चीन ने इतिहास बदलने की कोशिश की। बता दें कि चीन लगातार गलवान घाटी पर अपना दावा जता रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय जवानों ने चीनी सेना को एलएसी के अंदर आने से रोका था। गौरतलब है कि कि पिछले डेढ़ महीने से एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनातनी बनी हुई है। बता दें कि विदेश मंत्रालय ने शनिवार को ये भी कहा कि भारतीय सैनिकों ने एलएसी पार जाकर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है। हकीकत ये है कि वे सभी बिना किसी घटना के लंबे समय से पेट्रोलिंग करते आ रहे हैं। भारत की तरफ से किए जा रहे सभी निर्माण एलएसी की उसकी अपनी सीमा में हो रहे है।