नई दिल्ली। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार और अस्थि विसर्जन भी हो गया, लेकिन अब तक ये जानकारी सामने नहीं आई थी कि उनका स्मारक कहां बनाया जाएगा। मनमोहन सिंह के स्मारक के मसले पर सियासत भी गर्माई हुई है। अब अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया है कि दिल्ली के 2 जगह में से एक पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जा सकता है। ये स्मारक सभी पूर्व नेताओं के स्मारक के पास ही बनाया जाएगा।
अखबार के मुताबिक दिल्ली में पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के स्मारक किसान घाट के पास मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जा सकता है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने पर विचार किया जा रहा है। मोदी सरकार आने के बाद राष्ट्रीय स्मृति स्थल तय किया गया था। जहां पूर्व राष्ट्रपतियों, उप राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार होने हैं। हालांकि, मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राष्ट्रीय स्मृति स्थल की जगह दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया गया था और इस वजह से कांग्रेस के नेताओं ने सवाल भी खड़े किए थे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार ने स्मारक के लिए जमीन न देकर मनमोहन सिंह का अपमान किया है।
वहीं, बीजेपी और मोदी सरकार के मंत्रियों का कहना है कि केंद्र मनमोहन सिंह का स्मारक बनवाएगा। इसकी जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और मनमोहन सिंह के परिवार को उनके निधन के बाद ही दे दी गई थी। स्मारक के लिए जमीन अब तक इसलिए नहीं दी गई, क्योंकि इसके लिए ट्रस्ट बनाने का नियम है। ट्रस्ट को ही 1 रुपए किराए पर जमीन दी जाती है। ट्रस्ट बनते ही मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए केंद्र सरकार का शहरी विकास मंत्रालय जमीन का आवंटन कर देगा। मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को हो गया था। वो 92 साल के थे। इसी साल अप्रैल में वो राज्यसभा से रिटायर हुए थे। मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक पीएम रहे। विदेशी मूल का मुद्दा उठने के कारण सोनिया गांधी ने पीएम पद न लेकर मनमोहन सिंह को सत्ता देने का फैसला किया था।