नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी जारी रहने से ठंड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार तीनों पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी अभी जारी रहेगी। इस बर्फबारी में 4 से 6 जनवरी तक और इजाफा हो सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि इसके साथ ही 4 से 6 जनवरी तक दिल्ली और यूपी समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश के भी आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि पंजाब में भी 3 दिन बारिश होगी। ये सबकुछ एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण हो रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली समेत उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में अगले कई दिन तक घना कोहरा भी छाएगा और इससे हड्डी तक कंपा देने वाली ठंड का सामना लोगों को करना होगा।
#WATCH | Uttar Pradesh | A thin layer of fog engulfs Varanasi as coldwave grips the city.
Visuals from Varanasi Railway Junction pic.twitter.com/JEeerLuGNX
— ANI (@ANI) January 2, 2025
#WATCH | Uttar Pradesh | A layer of fog engulfs Ayodhya as the temperature dips in the city. pic.twitter.com/boMNGg0H6A
— ANI (@ANI) January 2, 2025
पिछले दिनों एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण पहाड़ी राज्यों में जमकर बर्फबारी हुई थी। वहीं, दिल्ली में दिसंबर के महीने में बारिश का 101 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूटा था। अभी दिल्ली और मैदानी राज्यों में तापमान लगातार नीचे बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.4 डिग्री कम दर्ज किया गया। पंजाब में सबसे कम 4.4 डिग्री सेल्सियस तापमान बठिंडा में रहा। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार अमृतसर में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। राजस्थान में सीकर में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। सीकर में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रहा। जयपुर समेत राजस्थान के तमाम और जिलों में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कहा है कि अभी घना कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम में राजस्थान से लेकर पूर्वोत्तर तक घना कोहरा आवागमन में बाधा बनने के साथ ही ठंड में बढ़ोतरी भी करेगा।
#WATCH | Delhi | People take the help of a bonfire to keep themselves warm as mercury dips in the National Capital.
(Visuals from Delhi Gate) pic.twitter.com/6vfVJyO8ef
— ANI (@ANI) January 2, 2025
भारत में हर साल ठंड के मौसम में पश्चिमी विक्षोभ आने के कारण बर्फबारी और बारिश होती है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और तेज हवाएं चलने के कारण मैदानी इलाकों में भी ठंड में इजाफा देखा जाता है। इस बार एक ही हफ्ते में 2 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण ठंड के और प्रचंड रूप लेने के आसार बन गए हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि अन्य वर्षों के मुकाबले इस साल ज्यादा ठंड होगी। इसकी बड़ी वजह ला नीना का प्रभाव है। जिसमें समुद्र की सतह का तापमान जमीन से कम हो जाता है।