नई दिल्ली। एक तरफ जहां केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसान का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के आंदोलन को 9 महीने पूरे होने वाले है। वहीं दूसरी ओर किसान आंदोलन के बहाने विपक्षी दल सियासत करने में जुटे हुए है। इसी बीच अब मोदी सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में गन्ना किसानों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। दरअसल सरकार ने गन्ने की एफआरपी (Fair & Remunerative Price) 5 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने को मंजूरी दी है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी।
केंद्रीय मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, ”आज कैबिनेट बैठक में गन्ने पर दिए जाने वाले फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस(FRP) को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला हुआ है, ये 10% रिकवरी पर आधारित होगा।” उन्होंने कहा कि अगर किसी किसान की रिकवरी 9.5% से कम होती है तो उन्हें 275.50 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे।
अगर किसी किसान की रिकवरी 9.5% से कम होती है तो उन्हें 275.50 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल https://t.co/SWfRGGDI7N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2021
पीयूष गोयल ने आगे कहा कि, ”2020-21 में गन्ना किसानों को 91,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना था जिसमें 86,000 करोड़ का भुगतान हो गया है। ये दिखाता है कि केंद्र सरकार की योजनाओं के कारण अब गन्ना किसानों को पहले की तरह सालों-साल अपने भुगतान के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता है।”
2020-21 में गन्ना किसानों को 91,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना था जिसमें 86,000 करोड़ का भुगतान हो गया है। ये दिखाता है कि केंद्र सरकार की योजनाओं के कारण अब गन्ना किसानों को पहले की तरह सालों-साल अपने भुगतान के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता है: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल pic.twitter.com/eJeuf6b9vR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2021
उन्होंने कहा कि, ”आज के इस फैसले के बाद किसानों को उनके खर्च पर 87% का रिटर्न होगा। एफआरपी के माध्यम से हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे गन्ना किसानों को बाकी सब फसलों से ज़्यादा दाम मिले।”