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मोदी सरकार की यह योजना हुई हिट, बेटी के नाम 250 देकर खुलवाएं खाता, मेच्योरिटी पर मिलेंगे ₹15 लाख, जाने पूरी डिटेल

Sukanya Samriddhi Yojana: बात करें खाते को लेकर तो यह योजना बाजार में अधिकांश छोटी बचत योजनाओं (Small savings scheme) की तुलना में अधिक सफल और लाभदायक माना जा रहा है।

नई दिल्ली। बेटियों के भविष्य को लेकर चिंता में है तो आपके लिए काम की खबर है। बता दें कि मोदी सरकार द्वारा 2015 में जारी की गई सुकन्या समृद्धि योजना छोटी बचत योजनाओं में सबसे सफल मानी जा रही है। इस योजना के जरिए आप छोटी बचत के चलते अपनी बेटियों का भविष्य संवार सकते हैं। बता दें कि इस योजना में 10 साल से कम उम्र की बच्ची के नाम से आप किसी सरकारी बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खाता खुलवा सकते हैं। इस तरह के खाते में सुविधा यह भी है कि इस खाते को एक बैंक से दूसरे बैंक या डाकघर में स्थानांतरित कर सकते हैं। वहीं बात करें खाते को लेकर तो यह योजना बाजार में अधिकांश छोटी बचत योजनाओं (Small savings scheme) की तुलना में अधिक सफल और लाभदायक माना जा रहा है। साथ ही इसे सरकार का समर्थन भी हासिल है, जिसकी वजह से यह अधिक विश्वसनीय है।

गौरतलब है कि कोई भी नागरिक अपनी बेटी के लिए इस योजना के तहत खाता खोल सकता है, हालांकि बेटी की उम्र खाता खोलने के दिन 10 वर्ष से कम होनी चाहिए। वहीं जब बेटी 18 वर्ष की हो जाएगी, तो वह खुद ही खाताधारक बन जाएगी। इसमें निवेश की अवधि 15 साल है और परिपक्वता अवधि 21 वर्ष है। इस योजना में एक परिवार को केवल 2 खाते ही खोलने की अनुमति है। हालांकि जुड़वां या ट्रिपल के मामले में अधिक खाते भी खोले जा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना खाते की शुरुआत किसी भी सरकारी बैंक या डाकघर में 250 रुपये से की जा सकती है। जिसमें जमाकर्ता को न्यूनतम 250 रुपये सालाना जमा करने की आवश्यकता होती है, अगर जमातकर्ता ऐसा नहीं कर पाता है तो उसे 50 रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा। एक खाता जो वार्षिक न्यूनतम जमा सीमा को बनाए रखने में विफल रहता है, एक डिफ़ॉल्ट खाता बन जाता है, लेकिन खाता खोलने की तारीख से वर्षों की अंतिम जमा अवधि से पहले किसी भी समय सामान्य किया जा सकता है।

इस तरह के खाते में पैसे जमा करने की ऊपरी सीमा 1.5 लाख रुपये सालाना निर्धारित की गई है। इस सीमा से अधिक की राशि जमा करने पर जमाकर्ता को राशि तुरंत वापस कर दी जाएगी। बता दें सरकार ने सुकन्या समृद्धि अकाउंट रूल्स, 2016 में संशोधन कर दिया है। इससे अब हर साल 250 रुपये जमा करके इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है। इस खाते में जमा और परिपक्वता राशि पर आपको टैक्स भी नहीं देना पड़ता। इसपर आयकर कानून की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। खाते में एक साल में अधिकतम डेढ़ लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं। इस खाते में खोलने के समय से अगले 14 साल तक राशि जमा कराई जा सकती है।

वहीं खाता खोलने के 5 साल बाद, अगर खाताधारक किसी गंभीर बीमारी या बालिका के अभिभावक की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में मामले में सुकन्या समृद्धि योजना खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है। वहीं मृत्यु के मामले में, PO बचत खाता दर मृत्यु की तारीख से अंतिम भुगतान की तारीख तक लागू होगी। खाते को समय से पहले बंद करने के लिए, आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन बैंक या डाकघर में जमा करना होगा।

एक बार जब लड़की 18 साल की हो जाती है या 10वीं कक्षा पूरी कर लेती है, तो इस खाते से पैसे निकाले की अनुमति होगी। पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में उपलब्ध राशि का अधिकतम 50 फीसदी तक के पैसे निकाले जा सकते है, जोकि शिक्षा या विवाह के उद्देश्य से हो सकता है। निकासी लागू नियमों के अनुसार या तो एकमुश्त या साल में एक बार 5 साल तक की किश्त में की जा सकती है।

इसे आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि अगर आप इस तरह के खाते में हर महीने 3000 रुपये जमा करते हैं तो इस तरह से एक साल में 36000 रुपये होते हैं। तो ऐसे में आपको 14 साल बाद 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से 9,11,574 रुपये मिलेंगे। वहीं यह रकम अगर आप 21 साल यानी मेच्योरिटी पर निकालते हैं तो यह रकम करीब 15,22,221 रुपये होगी। बता दें कि अभी SSY में 7.6 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा था जो इनकम टैक्स छूट के साथ है।