Muslim Population Increase: यूपी और असम के कई इलाकों में 30 से 50 फीसदी तक बढ़ी मुस्लिम आबादी, गृह मंत्रालय को पुलिस की रिपोर्ट से खुलासा

अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों का मसला कई बार उठ चुका है। हर राज्य में इनकी घुसपैठ के सबूत होने की बात सरकार भी मानती है। ऐसे ही घुसपैठियों का पता करने के लिए असम में एनआरसी कराई गई थी। रोहिंग्या मुस्लिम म्यांमार से भागकर भारत आए हैं।

Avatar Written by: August 4, 2022 7:31 am
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नई दिल्ली। यूपी और असम के कुछ खास इलाकों में मुस्लिमों की आबादी में बड़ा उछाल आया है। ये जानकारी दोनों राज्यों की पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी है। न्यूज चैनल ‘इंडिया टीवी’ ने दोनों राज्यों की पुलिस की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि यूपी के 7 जिलों में मुस्लिमों की आबादी बीते 10 साल में 32 फीसदी तक बढ़ी है। ये सभी जिले नेपाल की सीमा से लगे हुए हैं। जिन जिलों का नाम रिपोर्ट में लिखा गया है, वो महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, पीलीभीत और लखीमपुर खीरी हैं। चैनल की खबर के मुताबिक पुलिस की रिपोर्ट इसमें पाकिस्तान और चीन की साजिश भी देख रही है।

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रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के इन 7 जिलों के 116 गांवों में मुस्लिमों की आबादी 50 फीसदी बढ़ी है। जबकि, नेपाल सीमा से सटे 303 गांवों में मुस्लिमों की तादाद 30 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है। इन सभी जगह मस्जिदों की संख्या में भी 25 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं, असम पुलिस की रिपोर्ट कहती है कि राज्य के धुबरी, करीमगंज, दक्षिण सलमारा और कछार जिलों में मुस्लिमों की आबादी में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले राजस्थान और उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों में भी मस्जिदों और मदरसों की संख्या में बढ़ोतरी की खबरें आ चुकी हैं। माना जा रहा है कि घुसपैठियों का इन जगह जमावड़ा तेजी से हो रहा है।

Rohingya

बता दें कि अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों का मसला कई बार उठ चुका है। हर राज्य में इनकी घुसपैठ के सबूत होने की बात सरकार भी मानती है। ऐसे ही घुसपैठियों का पता करने के लिए असम में एनआरसी कराई गई थी। रोहिंग्या मुस्लिम म्यांमार से भागकर भारत आए हैं। इनको वापस भेजने की सरकार की योजना है, लेकिन फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में यूपी और असम के सीमावर्ती इलाकों में मुस्लिमों की तेजी से बढ़ती आबादी पर पुलिस और अन्य एजेंसियों ने खतरे की घंटी बजा दी है। अब नजर सरकार पर है कि वो इन घुसपैठियों को निकाल बाहर करने के लिए क्या कदम उठाती है।