
नई दिल्ली। यकीन नहीं होता कि आजादी के सात दशकों के बाद भी भारत जैसे सभ्य समाज में इस तरह के मामले प्रकाश में आ सकते हैं, जहां सिर्फ इस वजह से किसी इंसान को बेरहमी से पीटा जाता है, क्योंकि वो कांग्रेस को नहीं, बल्कि बीजेपी को पसंद करता है। वो कांग्रेस की नीतियों को नहीं, बल्कि बीजेपी की नीतियों की ओर आकर्षित होता हैं। उसे राहुल गांधी या सोनिया गांधी की नीतियां नहीं, बल्कि पीएम मोदी की नीतियां भाती हैं। वैसे भी तो हमारा संविधान सभी नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी प्रदान करता है, जिसके तहत हर व्यक्ति को अपने पसंद के आधार पर किसी भी धर्म को अपनाने का अधिकार है। किसी भी पार्टी को मत देने का अधिकार है। किसी भी प्रकार की संस्कृति को अपनाने का अधिकार है, लेकिन अफसोस राजस्थान की राजधानी जयपुर में सरेआम इस अभिव्यक्ति की आजादी की धज्जियां उड़ा दी गईं।
दरअसल, जयपुर में कुछ लोगों को पता लगा कि एक मुस्लिम महिला ने अपने घर के बाहर कमल का फूल और बीजेपी का झंडा लगाया हुआ है, जिससे खफा हुए लोग उसके घर पर पहुंचे और उसके साथ मारपीट करने लगे। किसी दरिंदे की तरह कुछ उन्मादी लोगों की जमात महिला के घर में जबरन घुसती है और उसे पीटना शुरू कर देती है। इससे पहले की वो महिला कुछ समझ पाती कि उन्मादी लोगों में से कुछ लोग उसे महिला के बाल खींचते हैं और उसे घसीटकर सड़क पर ले जाते हैं। इस बीच मौके पर पुलिस ने बीच-बचाव की कोशिश करती है, लेकिन कई बार परिस्थितियां इस कदर विषम हो जाती है कि पुलिस इन उन्मादी लोगों पर काबू पाने में असफल रहती है। ध्यान दें कि यह शर्मनाक कृत्य कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान से सामने आया है।
मुस्लिम महिला पर यह हमला विशेष समुदाय की ओर से किया गया। इस प्रकरण का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह महिला को बेरहमी से पीटा जा रहा है। खबर है कि पुलिस ने इनमें से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। उधर, प्रशासन ने भी मामले को संज्ञान में ले लिया है। अब आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।