Video: मुस्लिम महिलाओं ने ज्ञानवापी केस पर कोर्ट के फैसले पर जताई खुशी, भोले की आरती कर जश्न मनाया

Gyanvapi Case: वहीं ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी केस में कोर्ट का फैसला आते नहीं हिंदू लोगों बल्कि मुस्लिम महिलाओं ने खुशी जाहिर की है। सुभाष भवन में मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाज़नीन अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने खुशी जताते हुए भगवान शिव की आरती की और बैंड-बाजे के साथ जश्न मनाया। 

Avatar Written by: September 12, 2022 9:07 pm

नई दिल्ली। वाराणसी के ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी केस में आज हिंदुओं की आस्था को बड़ी जीत मिली है। वाराणसी की जिला ने आज हिंदू पक्ष के हक में फैसला दिया है और मुस्लिम पक्ष की अर्जी खारिज कर दी। जिसके बाद अब ज्ञानवापी केस को लेकर मुस्लिम पक्ष ने हाईकोर्ट चुनौती देने की बात कही है। अदालत ने साफ कहा दिया है कि ये मामला कोर्ट में सुनने लायक है। वहीं अब मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी। कोर्ट से फैसला आने के बाद से हिंदू पक्ष में जश्न का माहौल देखने को मिला। कोर्ट परिसर में फैसला आने के बाद हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा। लोगों के साथ वकीलों ने भी भगवान भोले शंकर के नारे लगाए। कोर्ट ने अपने फैसले में सबसे अहम बात कही है वो ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी केस सुनने लायक है। जिसमें प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 कोई बाधा नहीं डालता है।

वहीं ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी केस में कोर्ट का फैसला आते नहीं हिंदू लोगों बल्कि मुस्लिम महिलाओं ने खुशी जाहिर की है। सुभाष भवन में मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाज़नीन अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने खुशी जताते हुए भगवान शिव की आरती की और बैंड-बाजे के साथ जश्न मनाया।

नाज़नीन अंसारी ने मामले को लेकर कहा कि ज्ञानवापी का काफी लंबे वक्त से लंबित है और आज आखिरकार हिंदू पक्ष की जीत हुई। कोर्ट ने फैसला सुनाया कि हिंदू पक्षकार है उनकी सुनवाई होगी और फिर उसकी जांच होगी वहां क्या था। ऐसे में सभी मुस्लमान भाइयों से अपील करना चाहेंगे। जो जिसकी जमीन है उसको वापस कर दें। क्योंकि हम सब जानते है कि काशी विश्वनाथ की नगरी है और कण-कण में शिव विराजमान है। जब उस परिसर में शिव का भव्य मंदिर परिसर बना दिया गया तो परिसर को भी वहां से खाली कर देना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि मुस्लिम को स्वेच्छ से वो जगह खाली करके हिंदू भाइयों को दे देनी चाहिए।

जानकारी के लिए बता दें कि चर्चित ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं पहले से ही सच के साथ हैं। इसके साथ ही औरंगजेब के काले कारनामों से काशी विश्वनाथ मंदिर को भी मुक्त करने की इनकी इच्छा है। मुस्लिम महिलाएं बार-बार अपने समुदाय के पुरुषों से अपील कर रही है कि जिसका हक है उसे वो खुद सौंप दें। इससे ही आने वाले दिनों में इस्लाम की इज्जत लोगों की नजरों में बढ़ेगी। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने ओम नम: शिवाय के साथ आरती कर ये संदेश तो दिया ही है कि वो किसी भी कीमत पर देश में नफरत नहीं फैलने देंगी।

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