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VIDEO: कैसे पहुंचे फर्श से लेकर अर्श तक? नीरज चोपड़ा ने खुद सुनाई अपनी संघर्ष गाथा, मंत्रमुग्ध हुए लोगों ने दिए ऐसे रिएक्शन

अब इसी कड़ी में नीरज चोपड़ा ने ऐसे ही लोगों के लिए एक आज सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किया है, जो कि अभी खूब चर्चा में है। इस वीडियो में उन्होंने अपने फर्श से लेकर अर्श तक के पहुंचने के यात्रा वृतांत का ब्योरा खुद अपनी जुबां से दिया है।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर विश्व पटल पर भारत का मस्तक ऊंचा करने वाले हर दिल अजीज नीरज चोपड़ा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। आज वो जिस मुकाम पर हैं, वहां पहुंचने की लालसा तो हर किसी के दिल में रहती है, लेकिन वहां पहुंचने के लिए व्यक्ति को बेहद ही पथरीले और दुर्गम राहों से गुजरना पड़ता है, जो कि हर किसी के कुव्वत की बात नहीं है, लेकिन नीरज इन्हीं पथरीली व दुर्गत राहों के राहगीज कहें जाते हैं, जिन्होंने अपनी अद्भुत प्रतिभा से अविस्मरणीय कीर्तिमान स्थापित कर पूरे देश का दिल जीत लिया, जो कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत कहा जा सकता है, जो अपनी विफलता का ठीकरा अपनी विषम परिस्थितियों पर फोड़ते हैं।

नीरज चोपड़ा के बेस्ट जैवलिन थ्रो

अब इसी कड़ी में नीरज चोपड़ा ने ऐसे ही लोगों के लिए एक आज सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किया है, जो कि अभी खूब चर्चा में है। इस वीडियो में उन्होंने अपने फर्श से लेकर अर्श तक के पहुंचने के यात्रा वृतांत का ब्योरा खुद अपनी जुबां से दिया है। उन्होंने खुद बताया है कि आज की तारीख में वो जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचना उनका लिए सरल नहीं था। यह कहना बड़ा आसान होता है कि फलां ने ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता है, लेकिन यकीन मानिए इस लक्ष्य को हासिल करना इतना आसान नहीं होता है।

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वीडियो में नीरज चोपड़ा ये कहते हुए नजर आ रहे हैं कि हमें जीवन में कुछ भी पाने के लिए अपनी सहज क्षेत्र ( कंफर्ट जोन) से बाहर आना होना है, जो कि कई बार आसान नहीं होता है। नीरज चोपड़ा वीडियो में कह रहे हैं कि उन्हें अलसुबह उठना होता था, जिसके बाद वे प्रैक्टिस करने के लिए मैदान में जाते थे। सच कहें त ये सब इतना आसान नहीं था, लेकिन दिल में कुछ करने की चाह ने इतना परिश्रम करने पर मजबूर किया है। आइए, अब आगे आपको विस्तार से वो वीडियो दिखाते हैं, जिसमें नीरज चोपड़ा यह सब कहते हुए नजर आ रहे हैं।

यहां देखिए वीडियो

उधर, इस वीडियो को देखने के बाद लोग उनकी संघर्ष गाथा को सुनकर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। अब ऐसे में बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है।


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