नई दिल्ली। ब्रूकिंग्स इंडिया में विकास अर्थशास्त्र शोध की प्रमुख शमिका रवि ने कोरोना को लेकर जो दावा किया है वह सच में चौंकानेवाला और साथ ही राहत देनेवाला भी है। आपको पता होगा कि शमिका रवि ने कोरोना की पहली लहर के समय भी जो दावा किया था वह एकदम सटीक बैठा था। ऐसे में इस बार कोरोना की दूसरी लहर ने जब देश में कोहराम मचा रखा है ऐसे में शमिका रवि के दावे की मानें तो अभी देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की वृद्धि 4.4% है लेकिन 10 दिनों में लगातार कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट आई है। इसका मतलब है कि नए सक्रिय मामले कम रहे हैं। इसलिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर दैनिक अतिरिक्त बोझ थोड़ा कम हो रहा है।
कोरोना को लेकर विश्वसनीयता की वजह से ही शोध संस्थान ब्रूकिंग्स इंडिया की वरिष्ठ शोधार्थी शमिका रवि को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद का अल्पकालिक सदस्य भी नियुक्त किया गया। शमिका रवि ने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर कहा कि जबकि दैनिक संक्रमण के मामलों में वृद्धि जारी है वहीं दूसरी तरफ दैनिक रिकवरी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
#COVID19India Growth of active cases = 4.4%
There’s been a consistent decline for 10 days. pic.twitter.com/XGShnj5oCT— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) April 28, 2021
It means that the new active cases have been falling. So the daily additional burden on the health infrastructure has been easing… pic.twitter.com/Z4R7LgQyw9
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) April 28, 2021
While daily confirmed cases continue to rise (362,757 yesterday), the daily recovered cases are also sharply rising. pic.twitter.com/CXo4Bl1YNP
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) April 28, 2021
Daily testing has been rising sharply overall. But the infection is rising faster, as is reflected in the rising Test Positivity Rate (6.4%). All states have raised daily testing – except Delhi and Telangana. pic.twitter.com/919DGQOHkV
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) April 28, 2021
The second wave of infections is simultaneous with the vaccination drive across the country. Current growth rate of vaccinated people is 1.34%, while the growth in active infected cases is 4.39%. pic.twitter.com/zSeIBiLIV8
— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) April 28, 2021
Beyond national level trends, it is insightful to see how states are faring in the vaccination drive. Here are the existing gaps b/w the state target population & vaccinated population (1st & 2nd dose):
Lagging: TN, UP, Assam, Bihar, WB, Jharkhand, AP & Punjab (< national avg.) pic.twitter.com/nccvnu2KYg— Prof Shamika Ravi (@ShamikaRavi) April 28, 2021
अच्छी खबर!, IIT कानपुर के प्रोफेसर का दावा, मई के पहले हफ्ते से शांत होने लगेगी कोरोना की दूसरी लहर
IIT कानपुर के प्रोफेसर के दावे की मानें तो देशभर में कोरोना ने अपना पीक पा लिया है अब आंकड़े धीरे-धीरे कम होते जाएंगे और मई के पहले हफ्ते तक लोगों को इससे राहत महसूस होने लगेगी। तमाम सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं धाराशायी होने के बाद IIT कानपुर के प्रोफेसर के दावे ने लोगों को थोड़ी सी राहत दी है। देशभर में कोरोना से त्राहिमाम मचा हुआ है। ऐसे में लोगों को इससे राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। ऐसे में आईआईटी प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल और उनकी टीम के अध्ययन के मुताबिक देश में कोरोना अब अपनी पीक पर है। देश में कोरोना के हालात भले ही भयावह हो लेकिन इस महामारी पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट की राय में अब भारत में कोविड-19 अपने पीक पर पहुंच गया है और मई के पहले हफ्ते से यह अपने ढलान पर आएगा।
तो क्या उत्तर प्रदेश में कोरोना का पीक आ चुका है। एक तरफ आने वाले दिनों में और हालात भयावह होने की बात की जा रही है तो दूसरी तरफ अब एक्सपर्ट और कोरोना पर नजर रखने वाले लोग इस बात की ताकीद कर रहे हैं कि कोरोना का दूसरा वेव अब शांत पड़ने वाला है। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल जो कि सरकार की ओर से गठित कमेटी के सदस्य भी हैं, उनके और उनकी टीम की रिसर्च के मुताबिक महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस अपने पीक पर है और मई के पहले हफ्ते से इसमें गिरावट शुरू हो जाएगी और जून महीने में लोगों को काफी राहत होगी।
ग्राफिक्स के जरिए समझिए कैसे किया जा रहा है दावा
मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक दिल्ली में अब कोरोना के मामले ज्यादा नहीं बढ़ेंगे। देश का आंकड़ा अधिकतम चार लाख तक जा सकता है। उत्तर प्रदेश का आंकड़ा 50 हजार तक जा सकता है, लेकिन इसके और बढ़ने की गुंजाइश नहीं है।
मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक पश्चिम बंगाल में चुनाव की वजह से थोड़े मामले बढ़ेंगे, लेकिन बहुत ज्यादा असर नहीं होगा। उत्तर प्रदेश में भी पंचायत चुनाव की वजह से गांव में मामले थोड़े बढ़ेंगे उसका ओवरऑल डाटा पर असर नहीं पड़ेगा।
आईआईटी के प्रोफेसर के मुताबिक महाराष्ट्र अपने पीक पर है, तो राजधानी दिल्ली भी अपने पीक पर है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के कई शहर लखनऊ और वाराणसी भी अपने पीक पर हैं। बिहार में थोड़े मामले और बढ़ेंगे। राजस्थान और मध्य प्रदेश भी लगभग अपने पीक पर हैं। ऐसे में मई का पहला हफ्ता कोरोनावायरस के घटने की शुरुआत लेकर आएगा।