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New Jolt To Arvind Kejriwal: अरविंद केजरीवाल को नया झटका, एमसीडी के 13 पार्षदों ने साथ छोड़कर नई पार्टी बनाने का किया एलान

New Jolt To Arvind Kejriwal: जानकारी के मुताबिक इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के अध्यक्ष मुकेश गोयल होंगे। वहीं, हेमचंद गोयल के नेतृत्व में दिल्ली में ये तीसरा मोर्चा काम करेगा। मुकेश गोयल पहले कांग्रेस में थे। इससे पहले इसी साल दिल्ली विधानसभा के चुनाव में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को जोरदार झटका लगा था। अरविंद केजरीवाल के साथ ही उनके करीबी और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और एक अन्य पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी चुनाव हार गए थे।

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार और फिर एमसीडी में बीजेपी का मेयर बनने के बाद अब अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को एक और तगड़ा झटका लगा है। आम आदमी पार्टी के नेता मुकेश गोयल ने दावा किया है कि उनके साथ 13 पार्षद हैं। मुकेश गोयल ने इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी नाम से नया दल बनाने का एलान भी कर दिया है। उनका दावा है कि 13 पार्षदों ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मुकेश गोयल ने कहा है कि दिल्ली के हित में बीजेपी या विपक्ष जो भी फैसले लेगी, उसे इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी समर्थन देगी।

जानकारी के मुताबिक इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के अध्यक्ष मुकेश गोयल होंगे। वहीं, हेमचंद गोयल के नेतृत्व में दिल्ली में ये तीसरा मोर्चा काम करेगा। मुकेश गोयल पहले कांग्रेस में थे। वो कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ आए थे। आम आदमी पार्टी में हुई ये ताजा बगावत दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पार्टी की धसकती जमीन का संकेत दे रही है। हालांकि, पहले भी आम आदमी पार्टी के कई पार्षदों ने अरविंद केजरीवाल का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। बीते दिनों जब एमसीडी के मेयर का चुनाव हुआ, तो अरविंद केजरीवाल ने फैसला किया था कि आम आदमी पार्टी उसमें अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी।

arvind kejriwal and manish sisodia

इससे पहले इसी साल दिल्ली विधानसभा के चुनाव में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को जोरदार झटका लगा था। विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के साथ ही उनके करीबी और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और एक अन्य पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी चुनाव हार गए थे। इससे अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के 10 साल के शासन का अंत हो गया था। दिल्ली की जनता ने बीजेपी को जबरदस्त बहुमत देते हुए दिल्ली की सत्ता सौंपी थी। खास बात ये है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सीटों पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर लड़ी थीं, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर दोनों के रिश्तों में खटास आ गई थी।