
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और एक्टर अर्पिता मुखर्जी के बारे में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से ईडी ने छापा मारकर करीब 50 करोड़ रुपए की नकदी और जेवर बरामद किए थे। इसके बाद पता चला था कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता ने करीब 10 साल पहले एक प्लॉट भी मिलकर खरीदा था। ताजा जानकारी ये है कि ईडी को अर्पिता की 31 बीमा पॉलिसी मिली हैं। खास बात ये कि इन सभी बीमा में अर्पिता ने नॉमिनी के तौर पर पार्थ चटर्जी का नाम दिया हुआ है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक इससे ये बात और पुख्ता होती है कि पार्थ और अर्पिता के बीच काफी घनिष्ठ संबंध थे। जो घोटाले की जांच में दोनों के खिलाफ केस को मजबूत करने के काम आएगा। बता दें कि अर्पिता ने अपने फ्लैट से मिली नकदी और जेवर के बारे में जांच एजेंसी को कहा था कि ये उनका नहीं है। वहीं, पार्थ चटर्जी ने बताया है कि ये पैसा वगैरा उनका भी नहीं है। जांच एजेंसी दोनों को रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ कर इस संपत्ति के स्रोत के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश में लगी है। पूछताछ में सहयोग न करने का आरोप भी पार्थ पर ईडी ने पहले लगाया था।
वहीं, ईडी के सूत्रों ने बताया है कि शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच की जद में अभी और भी लोग आ सकते हैं। अर्पिता के फ्लैट के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की पड़ताल जांच एजेंसी कर रही है। जो भी लोग अर्पिता के यहां आते-जाते दिखाई देंगे, उन सभी को ईडी पूछताछ के लिए बुला सकती है। कई और लोगों के यहां भी छापेमारी के आसार अभी से दिख रहे हैं। जबकि, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और सीएम ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी से पल्ला झाड़ लिया है।