newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

NIA Raids On PFI: केरल के मलप्पुरम में पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी, पहले किया था मुख्यालय सील

पीएफआई पर पिछले साल एनआईए ने ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। लगातार 2 बार छापों में एनआईए ने पीएफआई के बड़े नेताओं और तमाम कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। एनआईए के इन छापों के बाद जो सबूत मिले, उनके आधार पर केंद्र सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया था।

मलप्पुरम। एनआईए ने आज फिर प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 4 सदस्यों के घरों पर छापे मारे हैं। ये छापे केरल के मलप्पुरम में तिरूर और तनूर इलाके में मारे जा रहे हैं। मलप्पुरम पुलिस के साथ मिलकर एनआईए ने छापेमारी को एक साथ आज तड़के किया। इससे पहले मलप्पुरम में एनआईए ने पीएफआई के ग्रीन वैली स्थित मुख्यालय पर छापा मारकर उसे सील कर दिया था। जिन पीएफआई कार्यकर्ताओं के यहां छापेमारी की जा रही है, वे प्रतिबंध लगने के बाद भी सक्रिय दिख रहे थे। पीएफआई के इन आरोपियों के यहां छापे से काफी सबूत मिलने की उम्मीद है।

pfi arrest

पीएफआई पर पिछले साल एनआईए ने ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। लगातार 2 बार छापों में एनआईए ने पीएफआई के बड़े नेताओं और तमाम कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। एनआईए के इन छापों के बाद जो सबूत मिले, उनके आधार पर केंद्र सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया था। तभी से लगातार एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखी हुई है। देश के तमाम अन्य जगहों से भी पीएफआई के तमाम कार्यकर्ताओं को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। इन सभी पीएफआई कार्यकर्ताओं के पास से भारत विरोधी सबूत जांच एजेंसी ने हासिल किए थे।

 

पीएफआई के 2 सदस्य बिहार शरीफ में पकड़े गए थे। इनसे 8 पेज का दस्तावेज मिला था। इस दस्तावेज से पता चला था कि पीएफआई साल 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए काम कर रहा था। बाकायदा अपने कार्यकर्ताओं को पीएफआई के नेता हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दे रहे थे। विदेश से काफी धन बटोरकर पीएफआई अपने नापाक इरादों को अंजाम तक पहुंचाने में जुटा था। पीएफआई का नाम कई हमलों में भी आया था। इसके अलावा सीएए विरोधी प्रदर्शनों में भी इस कट्टरपंथी संगठन के सदस्य जुटे थे। दिल्ली के शाहीनबाग में इनकी गतिविधि देखी गई थी।