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Nitin Gadkari Offered PM Post: नितिन गडकरी के जरिए पीएम मोदी को पद से हटाने की थी तैयारी?, केंद्रीय मंत्री ने किया खुलासा

Nitin Gadkari Offered PM Post: नितिन गडकरी ने नाम तो किसी का नहीं लिया, लेकिन उनकी बात से साफ है कि पीएम बनाने का प्रस्ताव विपक्ष की ओर से ही आया होगा। विपक्ष के तमाम नेताओं ने कई बार नितिन गडकरी की तारीफ भी की थी। जबकि, नरेंद्र मोदी से विपक्ष के नेता कितना चिढ़ते हैं, ये सभी को पता है।

नागपुर। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा खुलासा किया है। नितिन गडकरी ने खुलासा किया है कि वो किसी का नाम नहीं लेना चाहते, लेकिन एक नेता ने उनसे कहा कि आप अगर हमारे पीएम बनें, तो हम समर्थन देंगे। गडकरी ने आगे खुलासा किया कि उन्होंने इस प्रस्ताव पर कहा कि आप मुझे क्यों समर्थन देंगे और मैं आपका समर्थन क्यों लेना चाहूंगा? गडकरी ने कहा कि पीएम बनना उनके जीवन का लक्ष्य नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वो संगठन और अपने उसूलों के प्रति विश्वास रखते हैं। किसी पद के लिए इससे समझौता नहीं करेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि उनके लिए अपने उसूल ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। यही भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी मजबूत चीज है।

पहली बार किसी केंद्रीय मंत्री ने ये खुलासा किया है कि किसी भी सूरत में तीसरी बार नरेंद्र मोदी को पीएम पद पर बैठे देखना कुछ लोग नहीं चाहते थे। नितिन गडकरी ने नाम तो किसी का नहीं लिया, लेकिन उनकी बात से साफ है कि पीएम बनाने का प्रस्ताव विपक्ष की ओर से ही आया होगा। विपक्ष के तमाम नेताओं ने कई बार नितिन गडकरी की तारीफ भी की थी। गडकरी की तरफ से किए गए काम को विपक्षी नेताओं ने कई बार सार्वजनिक तौर पर सराहा भी था। खास बात ये भी है कि तमाम ऐसे सोशल मीडिया हैंडल और यूट्यूब चैनल हैं, जिनमें लोकसभा चुनाव से पहले आए दिन खबरें आती रहीं कि नितिन गडकरी नाराज हैं।

नितिन गडकरी बीजेपी के सीनियर नेता हैं। वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी नेता भी माने जाते हैं। नितिन गडकरी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल से ही वो ट्रांसपोर्ट और हाइवे मंत्रालय देखते रहे हैं। नितिन गडकरी के ही नेतृत्व में देश की सड़कों का हाल सुधरा है और मोदी सरकार के दौर में कई एक्सप्रेस-वे भी उन्होंने दिए हैं। टोल टैक्स लेने का सैटेलाइट वाला नया तरीका भी उनकी सोच है। देश में हाइड्रोजन से गाड़ियां चलाने की पैरवी नितिन गडकरी करते रहे हैं। वो इलेक्ट्रिक विहेकिल यानी ईवी के भी घोर समर्थक हैं।