नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदी सरकार के विजयी रथ को रोकने के लिए अब विपक्षी एकता को धार देने की कवायद शुरू हो चुकी है। जहां एक तरफ बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के जरिए मोदी सरकार के विरोध में सियासी माहौल को जन्म देने की कोशिश की, तो वहीं दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से विपक्षी एकता को धार देने के मकसद से बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। वे लगातार विपक्षी एकता को मजबूत बनाने के मकसद से विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। अब तक वह कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। आज इसी कड़ी में उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की।
हालांकि, दोनों के बीच किन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई, लेकिन माना जा रहा है कि नीतीश कुमार की राहुल और खड़गे से आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वार्ता हुई है। बता दें कि गत रविवार को नीतीश कुमार ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी। पिछले 40 दिनों में यह नीतीश कुमार की केजरीवाल से दूसरी मुलाकात थी। इस बीच नीतीश ने बयान जारी कर केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध किया था और इसे संविधान के खिलाफ बताया था। वहीं केजरीवाल ने भी बयान जारी कर कहा था कि नीतीश कुमार अध्यादेश मामले को लेकर दिल्ली की जनता के साथ हैं। इससे पहले केजरीवाल ने प्रेसवार्ता कर केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी।
#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar meets Congress national president Mallikarjun Kharge and party leader Rahul Gandhi at Congress chief Kharge’s residence.
(Source: AICC) pic.twitter.com/IERTSQMItm
— ANI (@ANI) May 22, 2023
उधर, राहुल गांधी और खरगे से पहले नीतीश कुमार की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे से भी मुलाकात कर चुके हैं। इससे पहले उन्होंने कर्नाटक के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की थी। तो इस तरह से लगातार नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व विपक्षियों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। उधर, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी लोकसभा चुनाव से पूर्व विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं से मिलना शुरू करेंगे। तो इस तरह से आगामी लोकसभा चुनाव से विपक्षी एकता को धार देने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं, इस बीच सवाल यह भी बरकरार है कि अगर लोकसभा चुनाव से पूर्व विपक्षी एकता को मूर्त दे भी दिया जाता है, तो विपक्षी एकता की अगुवाई कौन करेगा। राहुल गांधी…..नीतीश कुमार….ममता बनर्जी या उद्धव ठाकरे….? यह सवाल अभी-भी अनुउत्तरित बने हुए हैं। अब ऐसे में पार्टी की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।