रेलवे इंस्टीट्यूट का जमालपुर से लखनऊ स्थानांतरण नहीं : रेल मंत्रालय
रेल मंत्रालय की ओर से जारी स्पष्टीकरण में कहा गया है कि बिहार के जमालपुर से ईरिमी को उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है।
नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने इस बात का खंडन किया है कि रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इरिमी) को बिहार के जमालपुर से उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थानांतरित करने की सरकार की कोई योजना है। रेल मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को आधारहीन बताया है। रेल मंत्रालय की ओर से जारी स्पष्टीकरण में कहा गया है कि बिहार के जमालपुर से ईरिमी को उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है। इस आशय का कोई भी दावा गलत और भ्रामक है। इसके लिए रेल मंत्रालय ने मंजूरी नहीं दी है।
रेल मंत्रालय ने कहा है कि वास्तव में मंत्रालय ने इरिमी की गतिविधियों को बढ़ाने की योजना बनाई है। वहां परिवहन प्रौद्योगिकी और प्रबंधन में शैक्षिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। जमालपुर में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के साथ कई अतिरिक्त शैक्षिक कार्यक्रम आरंभ करने की योजना है, जिनके लिए पाठ्यक्रम विकास और डिजाइन का काम चल रहा है।
रेल मंत्रालय स्पष्ट करता है कि बिहार के जमालपुर से भारतीय रेल के प्रशिक्षण संस्थान ईरिमी(IRIMEE) को लखनऊ स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है।
इस आशय का कोई भी दावा गलत और भ्रामक है और इसके लिए रेल मंत्रालय की मंजूरी नहीं है।https://t.co/0pOz2PAhBDhttps://t.co/2YE7BqUG9E pic.twitter.com/2VL0EwYGHz
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 7, 2020
रेलवे ने बताया है कि भारतीय रेल को इरिमी के इतिहास और विरासत पर बहुत गर्व है और इसके वर्तमान स्थान से स्थानांतरित होने का कोई सवाल ही नहीं है। वास्तव में, सभी प्रयास इसे और मजबूत बनाने और मौजूदा स्थान पर अपनी भूमिका बढ़ाने के लिए हैं।
? Railways has no plans to shift Indian Railways Institute for Mechanical & Electrical Engineering from Jamalpur. Any assertions to this effect are incorrect.
In fact, Railways has planned to enlarge & strengthen the activities of the Institute.
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) May 7, 2020
गौरतलब है कि इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग नाम से यह प्रशिक्षण संस्थान बिहार के जमालपुर में 1888 में खोला गया था। इसमें 1927 से रेलवे के मैकेनिकल इंजीनियरिंग का प्रशिक्षण दिया जाता रहा है। लेकिन 2016 से यहां नामांकन बंद है। कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि इस संस्थान को केन्द्र सरकार ने स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इस खबर के बाद बिहार में राजनीतिक गहमागहमी बढ़ गई थी।
ध्यान रहे कि वर्ष 2016 में रेलवे बोर्ड नई दिल्ली और यूपीएससी की ओर से विशेष श्रेणी रेलवे प्रशिक्षु के लिए परीक्षाएं और नामांकन एक साथ बंद कर दिए गए थे। हालांकि यहां इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ मेकेनिकल इंजीनियर्स (आईआरएसएमई) सहित डिप्टी, फोरमैन, चार्जमैन सहित अन्य रेलवे पदाधिकारियों की ट्रेनिंग और पढ़ाई चल रही है।