Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के सियासी संकट में अब शिंदे गुट खेल सकता है ये दांव, CM उद्धव कैसे बचाएंगे सरकार?
इस बीच, बीजेपी में भी सुगबुगाहट तेज हो गई है। कल पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर पर बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक के बाद बीजेपी के सभी 106 विधायकों को मुंबई में ही रहने के लिए कहा गया है। बता दें कि हाल ही में हुए राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने शिवसेना के विधायकों में सेंध लगाई थी।
मुंबई। शिवसेना में मचा सियासी संकट हर रोज नए रंग ले रहा है। इस मामले में अब बागी विधायकों के गुट के नेता एकनाथ शिंदे अगले एक-दो दिन में नई चाल चल सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक शिंदे गुट अब महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर उद्धव सरकार के खिलाफ अविश्वास का पत्र सौंप सकता है। पूरे घटनाक्रम पर नजर गड़ाए बीजेपी भी अलग से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। अगर गवर्नर ने उद्धव ठाकरे को विश्वासमत हासिल करने के लिए कहा, तो मौजूदा हालात में सरकार बचाने में उन्हें नाको चने चबाने पड़ सकते हैं।
सियासत की दीवार पर लिखी विश्वासमत की इस चाल को शायद सुप्रीम कोर्ट में उद्धव की तरफ से पेश हुए वकील देवदत्त कामत ने कल समझ लिया था। उन्होंने इसी वजह से कोर्ट से गुजारिश की थी कि वो ऐसी किसी भी स्थिति पर भी रोक लगाए, लेकिन जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस परदीवाला ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया था। इस पर कामत ने कहा था कि अगर शिंदे गुट विश्वासमत प्रस्ताव जैसा कोई कदम उठाता है, तो उनके मुवक्किल को कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की मंजूरी मिले, तो कोर्ट ने कहा था कि उसके दरवाजे सभी नागरिकों के लिए हर वक्त खुले हैं।
इस बीच, बीजेपी में भी सुगबुगाहट तेज हो गई है। कल पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर पर बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक के बाद बीजेपी के सभी 106 विधायकों को मुंबई में ही रहने के लिए कहा गया है। बता दें कि हाल ही में हुए राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने शिवसेना के विधायकों में सेंध लगाई थी। हालांकि, पार्टी लगातार ये कह रही है कि एकनाथ शिंदे गुट के साथ उसकी अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि उद्धव सरकार गिरी, तो बीजेपी के साथ मिलकर बागी विधायक सरकार बना सकते हैं। उनकी मुख्य मांग भी उद्धव से यही है कि वो एनसीपी और कांग्रेस से नाता तोड़कर फिर से बीजेपी के साथ सरकार बनाएं।