
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के एक सरकारी अस्पताल में नर्स से गैंगरेप हुआ है। घटना शनिवार की है। झाग्राखांड थाना इलाके में नर्स को अस्पताल में बंधक बनाया गया। बिस्तर से उसके हाथ-पैर बांधे गए। फिर 4 लोगों ने गैंगरेप किया। 3 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इस घटना ने सूबे की कांग्रेस सरकार के राज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एडिशनल एसपी निमेश बरैया ने बताया कि दिवाली के त्योहार की वजह से अस्पताल दोपहर में बंद हो गया था। नर्स घर जाने की तैयारी कर रही थी। तभी आरोपियों ने अस्पताल में घुसकर उसे बंधक बना लिया। उसे घसीटकर एक कमरे में ले गए। वहां एक बेड पर उसके हाथ-पैर बांध दिए।
छत्तीसगढ: झगराखांड थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक महिला(CHO) के साथ रेप का मामला सामने आया।
निमेश बरैया, एडिशनल SP ने कहा, “स्वास्थ्य केंद्र में घटना को अंजाम दिया गया। 3 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। एक आरोपी फरार है जिसे जल्द गिरफ़्तार किया जाएगा।” pic.twitter.com/kUToBn7GRx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 22, 2022
पीड़ित नर्स ने बताया कि शाम के 5 बजे तक उससे लगातार गैंगरेप किया गया। गैंगरेप का वीडियो भी बना लिया। गैंगरेप के बाद आरोपियों ने उसे किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। नर्स किसी तरह घर पहुंची। उसने वारदात की जानकारी परिजनों को दी। इसके बाद थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने 2 आरोपी अंबिकापुर से ही पकड़े हैं। पुलिस के मुताबिक नर्स के गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस ने इस मामले के आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं किया है।
बीजेपी की महिला मोर्चा ने इस मामले में विरोध प्रदर्शन किया है। जिस सरकारी अस्पताल में वारदात हुई, उसके परिसर में आंगनबाड़ी, ग्राम पंचायत और माध्यमिक स्कूल भी है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं से रेप की घटनाओं पर नजर डालें, तो साल 2017 में 1908 केस हुए थे। 2018 में करीब 2000 केस हुए। जबकि, 2019 में 2575 केस दर्ज किए गए थे।