Phone Politics! उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मारग्रेट अल्वा ने अब लगाया मोबाइल हैक होने का आरोप, बोलीं- बीजेपी नेताओं से बात की तो…
मारग्रेट अल्वा के खिलाफ एनडीए की तरफ से पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर जगदीप धनखड़ को उप राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतारा गया है। जगदीप धनखड़ भी काफी पुराने नेता हैं। वो कांग्रेस में भी रह चुके हैं। जबकि, मारग्रेट अल्वा भी कांग्रेस की पुरानी नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं।
नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मारग्रेट अल्वा ने अजीब-ओ-गरीब आरोप लगाया है। अल्वा का कहना है कि बीजेपी के कुछ नेताओं से समर्थन के बारे में बात करने के बाद अपने मोबाइल से वो बात नहीं कर पा रही हैं। मोबाइल पर आने वाले सारे कॉल डायवर्ट हो जा रहे हैं। मारग्रेट ने बाकायदा ट्वीट कर मोबाइल सेवा देने वाली सरकारी कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल से कहा है कि इस गड़बड़ी को वो दूर कर दें। वो वादा करती हैं कि किसी भी बीजेपी नेता से अब बात नहीं करेंगी। माना जा रहा है कि इस आरोप से नया सियासी तूफान खड़ा हो सकता है।
Dear BSNL/ MTNL,
After speaking to some friends in the BJP today, all calls to my mobile are being diverted & I’m unable to make or receive calls. If you restore the phone. I promise not to call any MP from the BJP, TMC or BJD tonight.
❤️
Margaret
Ps. You need my KYC now? pic.twitter.com/Ps9VxlGNnh
— Margaret Alva (@alva_margaret) July 25, 2022
दरअसल, मारग्रेट अल्वा ने दो दिन पहले कहा था कि उन्होंने चुनाव में समर्थन के लिए असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है। इसके बाद हिमंत ने बाकायदा ट्वीट कर कहा कि उप राष्ट्रपति चुनाव में हमारी मदद का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि हम वोटर हैं ही नहीं। हिमंत के ऐसा ट्वीट करने के बाद ही अल्वा ने फोन की कॉल्स डायवर्ट होने का आरोप लगाया है। हालांकि, ये भी हो सकता है कि किसी ने उनके फोन में जानबूझकर या बिना जाने कॉल डायवर्ट का फंक्शन ऑन कर दिया हो।
बता दें कि मारग्रेट अल्वा के खिलाफ एनडीए की तरफ से पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर जगदीप धनखड़ को उप राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतारा गया है। जगदीप धनखड़ भी काफी पुराने नेता हैं। वो कांग्रेस में भी रह चुके हैं। जबकि, मारग्रेट अल्वा भी कांग्रेस की पुरानी नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। दोनों ही मैदान में डटे हैं और 6 अगस्त को उप राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग होनी है। वोटों के गणित की बात करें, तो लोकसभा और राज्यसभा के अपने सांसदों का साथ लेकर खुद बीजेपी ही धनखड़ को जिता सकती है, लेकिन वो उनके पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोट हासिल करने की कोशिश करेगी।