
नई दिल्ली। यूपी और मध्यप्रदेश के बाद अब दिल्ली के जहांगीरपुरी में दंगाइयों के अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलने की नौबत आने से मुस्लिम नेताओं में खलबली मच गई है। इसका वे जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वालों में दिल्ली से आम आदमी पार्टी AAP के विधायक अमानतुल्लाह खान, AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी भी हैं। मौलाना अरशद मदनी ने तो बाकायदा बुलडोजर अभियान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी तक दाखिल कर रखी है। इन सभी मुस्लिम नेताओं का कहना है कि बुलडोजर से एक खास समुदाय को ही निशाना बनाया जा रहा है।
BJP has declared war against the poorest. In the name of encroachment it’s going to destroy homes in Delhi like UP & MP. No notice, no opportunity to go to court, simply punishing poor Muslims for daring to stay alive. @ArvindKejriwal must clarify his dubious role 1/2 pic.twitter.com/Psw4Ol6IJb
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 19, 2022
पहले आपको बताते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी ने जहांगीरपुरी में दंगाइयों के अवैध कब्जों को बुलडोजर से नेस्तनाबूद करने के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में क्या कहा है। ओवैसी ने इस मामले में दिल्ली नगर निगम MCD के आदेश की कॉपी को ट्वीट कर लिखा है, ‘बीजेपी ने गरीबों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। बीजेपी अतिक्रमण के नाम पर यूपी और एमपी की तरह दिल्ली में भी घरों को तबाह करने जा रही है। कोई नोटिस नहीं, अदालत जाने का मौका नहीं, बस गरीब मुसलमानों को जिंदा रहने की सजा देना। अरविंद केजरीवाल को अपनी संदिग्ध भूमिका को स्पष्ट करना चाहिए। क्या उनकी सरकार का पीडब्ल्यूडी इस ‘विध्वंस अभियान’ का हिस्सा है? क्या जहांगीरपुरी के लोगों ने उन्हें इस तरह के विश्वासघात और कायरता के लिए वोट दिया? उनका बार-बार बचना ‘पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं है’ यहां काम नहीं करेगा।’
अमित शाह और भाजपा दिल्ली के शांति पूर्वक माहौल को ख़राब करना चाहती है, MCD का इस्तेमाल कर अब जहांगीरपुरी में एंक्रोच्मेंट के नाम पर बुलडोज़र चलाने और एक ख़ास समुदाय को प्रताड़ित करने का नया फ़रमान जारी कर दिया गया है।
समय रहते लगाम नहीं लगी तो ये घटिया राजनीति देश को ले डूबेगी! pic.twitter.com/AUHkZTkpvF— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) April 19, 2022
वहीं, इससे पहले आप के विधायक अमानतुल्लाह ने ट्वीट में लिखा था, ‘अमित शाह और बीजेपी दिल्ली के शांतिपूर्वक माहौल को खराब करना चाहती है, MCD का इस्तेमाल कर अब जहांगीरपुरी में एंक्रोच्मेंट के नाम पर बुलडोजर चलाने और एक खास समुदाय को प्रताड़ित करने का नया फरमान जारी कर दिया गया है। समय रहते लगाम नहीं लगी तो ये घटिया राजनीति देश को ले डूबेगी!’
जबकि, जमीयत उलमा-ए-हिंद के चीफ मौलाना महमूद मदनी ने 17 तारीख को ही ट्वीट कर कहा था, ‘जमीयत उलमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट में बुलडोजर की खतरनाक राजनीति के खिलाफ अर्जी दाखिल की है। इस तरह की सियासत को अल्पसंख्यकों और खासकर मुसलमानों के खिलाफ अपराध नियंत्रण के नाम पर बीजेपी शासित राज्य इस्तेमाल कर रहे हैं। इस मौके पर ये भी कहना चाहता हूं कि इससे संविधान ही नहीं, देश का लोकतंत्र भी खतरे में है।’
Jamiat Ulama-e-Hind has filed a petition in the Supreme Court against the dangerous politics of bulldozers that have been started to destroy minorities especially Muslims under the guise of crime prevention in BJP ruled states. https://t.co/6Os0EnbA7A
— Arshad Madani (@ArshadMadani007) April 17, 2022