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Muslim Leaders Concern: जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलने की खबर से मुस्लिम नेताओं में खलबली, जानिए क्या बोले

बुलडोजर चलने की नौबत आने से मुस्लिम नेताओं में खलबली मच गई है। इसका वे जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वालों में दिल्ली से आम आदमी पार्टी AAP के विधायक अमानतुल्लाह खान, AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी भी हैं।

नई दिल्ली। यूपी और मध्यप्रदेश के बाद अब दिल्ली के जहांगीरपुरी में दंगाइयों के अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलने की नौबत आने से मुस्लिम नेताओं में खलबली मच गई है। इसका वे जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वालों में दिल्ली से आम आदमी पार्टी AAP के विधायक अमानतुल्लाह खान, AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी भी हैं। मौलाना अरशद मदनी ने तो बाकायदा बुलडोजर अभियान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी तक दाखिल कर रखी है। इन सभी मुस्लिम नेताओं का कहना है कि बुलडोजर से एक खास समुदाय को ही निशाना बनाया जा रहा है।

पहले आपको बताते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी ने जहांगीरपुरी में दंगाइयों के अवैध कब्जों को बुलडोजर से नेस्तनाबूद करने के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में क्या कहा है। ओवैसी ने इस मामले में दिल्ली नगर निगम MCD के आदेश की कॉपी को ट्वीट कर लिखा है, ‘बीजेपी ने गरीबों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। बीजेपी अतिक्रमण के नाम पर यूपी और एमपी की तरह दिल्ली में भी घरों को तबाह करने जा रही है। कोई नोटिस नहीं, अदालत जाने का मौका नहीं, बस गरीब मुसलमानों को जिंदा रहने की सजा देना। अरविंद केजरीवाल को अपनी संदिग्ध भूमिका को स्पष्ट करना चाहिए। क्या उनकी सरकार का पीडब्ल्यूडी इस ‘विध्वंस अभियान’ का हिस्सा है? क्या जहांगीरपुरी के लोगों ने उन्हें इस तरह के विश्वासघात और कायरता के लिए वोट दिया? उनका बार-बार बचना ‘पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं है’ यहां काम नहीं करेगा।’

वहीं, इससे पहले आप के विधायक अमानतुल्लाह ने ट्वीट में लिखा था, ‘अमित शाह और बीजेपी दिल्ली के शांतिपूर्वक माहौल को खराब करना चाहती है, MCD का इस्तेमाल कर अब जहांगीरपुरी में एंक्रोच्मेंट के नाम पर बुलडोजर चलाने और एक खास समुदाय को प्रताड़ित करने का नया फरमान जारी कर दिया गया है। समय रहते लगाम नहीं लगी तो ये घटिया राजनीति देश को ले डूबेगी!’

जबकि, जमीयत उलमा-ए-हिंद के चीफ मौलाना महमूद मदनी ने 17 तारीख को ही ट्वीट कर कहा था, ‘जमीयत उलमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट में बुलडोजर की खतरनाक राजनीति के खिलाफ अर्जी दाखिल की है। इस तरह की सियासत को अल्पसंख्यकों और खासकर मुसलमानों के खिलाफ अपराध नियंत्रण के नाम पर बीजेपी शासित राज्य इस्तेमाल कर रहे हैं। इस मौके पर ये भी कहना चाहता हूं कि इससे संविधान ही नहीं, देश का लोकतंत्र भी खतरे में है।’