
अटारी। पाकिस्तान गजब का मुल्क है! युद्ध में जब उसके जवान मारे जाते हैं, तो उनके शव वापस लेने से तो इनकार कर देता है। अब पाकिस्तान अपने नागरिकों तक को वापस नहीं ले रहा है। पाकिस्तान ने अमृतसर सेक्टर में अटारी-वाघा सीमा का गेट बंद कर दिया है। अटारी की तरफ तमाम पाकिस्तानी नागरिक अपने वतन लौटने के लिए इंतजार कर रहे हैं। वहीं, पाकिस्तान कह रहा है कि इनको प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
#BreakingNews: #Pakistan closes borders for its own citizens
Pakistan denies to open gates of the Attari-Wagah Border
Pakistani nationals wait in long queues since 8:00 AM
@deepduttajourno shares more details with @Swatij14 pic.twitter.com/D4VczHOWFY
— TIMES NOW (@TimesNow) May 1, 2025
दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने भारत आए पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए थे। सामान्य और सार्क वीजा वाले पाकिस्तानी नागरिकों को भारत ने 26 अप्रैल और मेडिकल वीजा पर आए पाकिस्तान के नागरिकों को 20 अप्रैल रात 12 बजे तक लौट जाने का आदेश दिया था। भारत सरकार ने इसके बाद 1 मई 2025 को नया आदेश दिया कि अगले आदेश तक पाकिस्तान के नागरिक भारत छोड़कर अपने देश वापस जा सकेंगे। इस ताजा आदेश के बाद ही पाकिस्तान ने अटारी-वाघा सीमा पर अपने गेट बंद कर दिए और वहां से प्रवेश पाने के लिए अब पाकिस्तान के नागरिक इंतजार कर रहे हैं।
पाकिस्तान ने इससे पहले करगिल युद्ध के समय अपने जवानों के शव वापस लेने से इनकार कर दिया था। नतीजे में भारतीय सेना को पाकिस्तान के दर्जनों जवानों को अपनी देख-रेख में दफनाना पड़ा था। पाकिस्तान को ऐसी हरकतें करने में कोई शर्म भी नहीं आती। पहली बार ऐसा हुआ है कि पाकिस्तान अपने ही नागरिकों को भारत से वापस लेने से मना कर रहा है। पाकिस्तान दरअसल में भारत की तरफ से सख्त कदम उठाए जाने के कारण बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान को ये डर भी सता रहा है कि पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना या वायुसेना उस पर एक बार फिर हमला कर सकती हैं। ऐसे में पाकिस्तान तरह-तरह के पैंतरे चल रहा है। हालांकि, पाकिस्तान के नेता ये अच्छी तरह जानते हैं कि अगर भारत से युद्ध हुआ, तो उनके मुल्क की हार तय है। पाकिस्तान इससे पहले 1948, 1965, 1971 और 1999 का करगिल युद्ध बुरी तरह हार चुका है।