नई दिल्ली। आतंकवादियों और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले तत्वों के खिलाफ एटीएस की कार्रवाई लगातार जारी रहती है। आए दिन कई ऐसे मामले प्रकाश में आते हैं, जिससे अवगत होने के बाद लोगों के होश फाख्ता हो जाते हैं। इसी बीच इस रिपोर्ट में हम आपको एक ऐसी ही खबर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे वाकिफ होने के बाद हर किसी के होश फाख्ता हो रहे हैं। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
जानें पूरा माजरा
दरअसल, आतंकवादी निरोधक दस्ते (ATS) ने सैन्य खुफिया एमआई द्वारा उपलब्ध कराए गए विशिष्ट इनपुट के आधार पर पाकिस्तानी मूल के 53 वर्षीय एजेंट लाभशंकर महेश्वर को गिरफ्तार किया है। एटीएस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वह पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को वाट्सएप के जरिए ट्रैकिंग मेलवेयर भेजकर भारतीय रक्षाकर्मियों की जासूसी करने में मदद करता था। अपने इन नापाक इरादों को जमीन पर उतारने के लिए उसने भारतीय नागरिकता भी हासिल की थी। बता दें कि एटीएस ने पर्याप्त सबूत जुटाते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 123 (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से छिपाना) और 121-ए (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश ) के तहत मुख्य संदिग्ध लाभशंकर माहेश्वरी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल, उससे पूछताछ का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में देखना होगा कि आगामी दिनों में वो क्या कुछ खुलासे करता है।
पुलिस ने क्या कहा ?
बता दें कि पुलिस ने इस पूरे मामले के संदर्भ में बड़ा बयान दिया है। एटीएस के पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश जाट ने बताया कि पाकिस्तानी मूल के माहेश्वरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। 2005 में उसे नागरिकता दी गई थी। पड़ोसी मुल्क में रह रहे अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के बहाने वो वीजा प्राप्त कर वहां तक जाता था और भारत की सैन्य गतिविधियों के बारे में पाकिस्तानी सैनिकों को जानकारी देता था।