नई दिल्ली। बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपों में घिरे ममता बनर्जी के करीबी पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की मुश्किलें बढ़ गई है। पीएमएलए कोर्ट ने दोनों को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ज्ञात हो कि विगत 23 जुलाई को ईडी ने पार्थ चटर्जी और कैश क्वीन अर्पिता को हिरासत में लिया था, जहां कई घंटो की मैराथन पूछताछ के उपरांत उन्हें पीएमएलए अदालत में पेश किया गया। अदालत से अब दोनों ही आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जहां दोनों से घोटाले के संदर्भ में विस्तृत पूछताछ की जाएगी। हालांकि, अभी तक ईडी की पूछताछ में दोनों ने कोई ऐसा खुलासा नहीं किया है, जो कि जांच में निर्णायक भूमिका निभा सकें। अभी तक की हुई पूछताछ में दोनों एक-दूसरे पर ही दोषारोपण करते हुए नजर आ रहे हैं। जहां एक तरफ चटर्जी अर्पिता के घर से बरामद हुए पैसों के संदर्भ में कोई भी जानकारी साझा नहीं करने गुरेज कर रहे हैं, तो वहीं अर्पिता भी इन पैसों के संदर्भ में सिर्फ और सिर्फ टालमटोल करतीं हुईं हीं नजर आ रही हैं। अब ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर इन दोनों ही आरोपियों से सच कैसे उगलवाया जाए। यह फिलहाल इस पूरे मामले में चुनौती बनी हुई है।
हालांकि, दो अगस्त को दोनों आरोपियों को हिरासत में भेजा गया था, जहां दोनों से मामले के संदर्भ में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। बता दें कि बीते दिनों अर्पिता इस पूरे मामले में इस कदर बदहवाश हो गई थी कि कुछ भी कहने से गुरेज कर रही थी। यहां तक वे बेसुध भी हो गई थी। जिसके बाद उन्हें तत्काल उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उधर, चटर्जी भी कुछ खास सहयोग नहीं कर रहे हैं। वहीं, ममता बनर्जी चटर्जी को पार्टी से निलंबित करने के बाद यह जाहिर करने का प्रयास कर चुकी हैं कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त नीति अपनाई हुई हैं, लेकिन बीजेपी का हमला लगातार टीएमसी पर जारी है।
इस पूरे मसले को लेकर राजनीति का सिलसिला जारी है। बहरहाल, इस पूरे मसले को लेकर राजनीति का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम