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Hajipur: हाजीपुर सीट को लेकर पशुपति पारस ने दिया ऐसा बयान, चाचा-भतीजे के बीच बढ़ सकती है सियासी रार !

Hajipur: मैं जो भी बोलता हूं, उसे करके ही दम लेता हूं। इस बीच उन्होंने अपन भतीजे का नाम लिए बगैर कहा कि ये लोग जो बरसाती मेढक टर्र-टर्र कर रहे हैं, इन लोगों का कुछ नहीं होने वाला है। बहरहाल, अब इस सीट को लेकर किसी दावेदारी पर आलाकमान की ओर से मुहर लगाया जाता है। ये देखने वाली बात होगी।

नई दिल्ली। हाजीपुर सीट को लेकर पशुपति पारस और चिराग पासवान एक बार फिर से आमने-सामने आ चुके हैं। इस सीट से चुनाव लड़ने को लेकर दोनों के बीच तकरार अपने चरम पर पहुंच चुका है, जहां एक तरफ हाजीपुर को परंपरागत सीट बताकर चिराग पासवान यहां से चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं, तो वहीं उनके चाचा पशुपति पारस कह रहे हैं कि इस सीट की जिम्मेदारी मुझे मेरे दिवंगत भाई रामविलास पासवान ने दी है, लिहाजा मैं ही इस सीट से चुनाव लड़ूंगा। फिलहाल, इस सीट को लेकर तकरार जारी है। अब ऐसे में इस सीट से चाचा-भतीजे में से कौन बाजी मार पाता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि एक बार फिर से पशुपति पारस ने इस सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद से सियासी पारा चढ़ गया है, लेकिन अभी तक चाचा के इस बयान पर भतीजे चिराग की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी दिनों में इस सीट को लेकर दोनों के बीच लंबी जुबानी जंग देखने को मिल सकती है।

इस बीच पशुपति पारस ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हमारी पार्टी शुरू से एनडीए के साथ है, जब से एनडीए का गठन हुआ है, तब से ही हमारी पार्टी एनडीए के साथ है। उन्होंने इस बात को दोहाराया कि इस सीट से मेरे अलावा कोई भी चुनाव लड़ने के लिए नहीं है। मैं कह देता हूं कि दाएं-बाएं देखने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि इस सीट से मेरे अलावा कोई भी चुनाव लड़ने वाला नहीं है। पशुपति पारस ने कहा कि राजनीति में मेरी विश्वनीयता ही मेरी पूंजी है। मैं जो भी बोलता हूं, उसे करके ही दम लेता हूं। इस बीच उन्होंने अपन भतीजे का नाम लिए बगैर कहा कि ये लोग जो बरसाती मेढक टर्र-टर्र कर रहे हैं, इन लोगों का कुछ नहीं होने वाला है।

बता दें कि बीते दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चिराग पासवान और पशुपति पारस की मुलाकात हुई थी। तब से सियासी गलियारों में यह चर्चाएं होने लगीं कि पीएम मोदी इन दोनों के आपसी मतभेद को खत्म करने में अहम किरदार अदा कर सकते हैं, लेकिन बाद में पशुपति पारस ने बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया कि देखिए स्नेह अपनी जगह है, लेकिन राजनीति अपनी जगह है। अब ऐसे में हाजीपुर सीट को लेकर दोनों चाचा-भतीजे की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।