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Maharashtra: विज्ञापन पर बवाल, अब शिंदे गुट ने जारी किया एक और नया एड, फडणवीस को बताया…!

अब विपक्षियों के बढ़ते हमलों को ध्यान में रखते हुए शिंदे गुट की ओर से आज एक और विज्ञापन जारी किया गया है, जिसमें फडणवीस को राज्य में अन्य नेताओं की तुलना में सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बताया गया, तो वहीं राष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकप्रिय नेता बताया गया है।

नई दिल्ली। विपक्षियों को लगता है कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। संजय राउत ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि यह सरकार जल्द ही ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी। वहीं राकांपा भी कुछ ऐसा ही दावा करती हुई नजर आ रही है। अब इन दावों में कितनी सत्यता है। यह तो फिलहाल आने वावा वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आपके मन में जरूर कोलाहल मच गया होगा और जेहन में यही सवाल उठ रहा होगा कि क्या वाकई में शिंदे की कुर्सी जाने वाली है? क्या वाकई में यह गठबंधन अब ताश के पत्तों की तरह बिखरने वाला है? आइए, इस रिपोर्ट में हम आपको इन सवालों के जवाब विस्तार से देते हैं।

वैसे तो उद्धव गुट की शिवसेना यह दावा करती नहीं थक रही है कि शिंदे और बीजेपी की कुछ ठीक नहीं चल रहा है,  लेकिन  इन दावों को उस वक्त और बल मिल गया, जब बीते दिनों शिंदे गुट की ओर से एक विज्ञापन जारी किया गया। इस विज्ञापन ने उद्धव ठाकरे गुट, राकांपा और कांग्रेस को शिंदे और बीजेपी को निशाने पर लेने का सुनहरा मौका दे दिया है। अब आपके जेहन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर इस विज्ञापन में था क्या? दरअसल, इस विज्ञापन में एक सर्व था। यह सर्वे चुनाव से जुड़ा हुआ था। इस सर्वे में यह बताया गया था कि राज्य का मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता किसे बनाना चाहती है? फडणवीस  या शिंदे ? विज्ञापन ने सर्वे के जरिए जवाब भी दे दिया। दरअसल, विज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश की जनता फडणवीस की तुलना में शिंदे को ज्यादा चाहती और उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में भी देखना चाहती है।

इसके बाद उद्धव गुट की ओर से मोर्चा संभालते हुए संजय राउत ने बिना समय गंवाए शिंदे और बीजेपी को निशाने पर ले लिया और यह कहने से बिल्कुल भी गुरेज नहीं किया कि दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस विज्ञापन ने यह जाहिर कर दिया है कि दोनों के बीच कोई कलह है। उधर, कांग्रेस और राकांपा ने भी बिना समय गंवाएं शिंदे को निशाने पर ले लिया। वहीं विपक्ष के हमलों को ध्यान में रखते हुए शिंदे और बीजेपी की ओर से बयान जारी कर यह स्पष्ट कर दिया गया कि दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है। स्थिति बिल्कुल ठीक है, लेकिन महाराष्ट्र की राजनीतिक को गहराई से समझने वाले लोगों ने दावा किया है कि दोनों के बीच शीतयुद्ध जारी है। बहरहाल, अब इन दावों में कितनी सच्चाई है। इस पर अंतिम मुहर लगाने से गुरेज किया जा रहा है।

वहीं, अब विपक्षियों के बढ़ते हमलों को ध्यान में रखते हुए शिंदे गुट की ओर से आज एक और विज्ञापन जारी किया गया है,  जिसमें फडणवीस को राज्य में अन्य नेताओं की तुलना में सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बताया गया, तो वहीं राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकप्रिय नेता बताया गया है। इस ताजा विज्ञापन में बाला साहेब ठाकरे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर लगी है। बता दें कि इससे पहले वाले विज्ञापन में देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर नहीं लगी थी। जिसे लेकर विपक्ष ने निशाना भी साधा था।  उधर, इस ताजा विज्ञापन में शिंदे के राजनीतिक गुरु आनंद दिघे की भी तस्वीर लगी है। सियासी पंडितों की कहना है कि राज्य में राजनीतिक मोर्चे पर डैमेजे को कंट्रोल करने के लिए शिंदे गुट की ओर से यह नया विज्ञापन जारी किया गया है।

वहीं, इस नए विज्ञापन पर प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि यह विज्ञापन जल्दबाजी में लाया गया है। राउत ने आगे कहा कि इस विज्ञापन ने एक बात तो साफ कर दी है कि सरकार में दोनों दलों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात की पूरी संभावना है कि अगर यह सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो आगामी दिनों में यह सरकार ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी। उधर, राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया ने भी इस विज्ञापन को लेकर शिंदे और बीजेपी की घेराबंदी ने की है। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि यह सर्वे किसने किया और कितने लोगों पर किया है? उन्होंने कहा कि इस विज्ञापन को छपवाने में करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, जिससे जाहिर हो रहा है कि इस सरकार में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बहरहाल, अब किसके दावे में कितनी सच्चाई है?  यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।