नई दिल्ली। बीते कई दिनों से केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में बवाल देखने को मिल रहा है। युवा सड़क पर उतर कर सरकार की इस योजना का जमकर विरोध कर रहे है। इतना ही नहीं कई स्थानों पर योजना को लेकर हिंसक प्रदर्शन भी देखने को मिला। छात्रों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए बसों-ट्रेनों के साथ-साथ सरकारी संपत्तियों को जमकर नुकसान पहुंचाया था। आपको बता दें कि अग्निपथ योजना का विरोध का मूल कारण है वो 4 साल की सर्विस का है। आलोचकों का मानना है कि 4 साल की सर्विस के बाद युवा फिर से बेरोजगार हो जाएंगे। हालांंकि कई राज्य सरकार और उद्योग जगत अग्निवीरों को 4 साल बाद नौकरी देने का ऐलान कर चुकी है। कई बड़े कॉरपोरेट घरानों (Corporate Houses) और दिग्गज उद्योगपतियों (Industrialists) ने आगे आकर अग्निवीरों को नौकरी देने का वादा किया है। इसी बीच अब प्लास्टिक इंडस्ट्री ने भी अग्निवीरों को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
प्लास्टिक इंडस्ट्री के शीर्ष संगठन प्लास्टइंडिया फाउंडेशन (PlastIndia Foundation) ने अग्निवीरों को नौकरी में वरीयता देने की बात की है। प्लास्टइंडिया फाउंडेशन ने कहा कि, सेना में 4 साल की सर्विस देने वाले अग्निवीरों में से करीब 01 लाख लोगों को अकेले प्लास्टिक इंडस्ट्री नौकरी दे सकता है। संगठन ने भारत सरकार की अग्निपथ योजना का समर्थन करते हुए एक बयान भी जारी किया। प्लास्टइंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष जिगीश दोशी ने बताया कि, ‘अभी प्लास्टिक इंडस्ट्री में 50 हजार से ज्यादा प्रोसेसिंग यूनिट हैं। पिछले तीन दशकों मेंं उत्पादन और उपभोग में कई गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस उद्योग में रोजगार के दृष्टिकोण से अधिक से अधिक युवाओं की जरूरत महसूस की गई है। हमें यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि हम 01 लाख अग्निवीरों को प्लास्टिक इंडस्ट्री में नौकरी दे सकते हैं।’
ज्ञात हो कि इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries), टाटा समूह (Tata Group), महिंद्रा समूह (Mahindra Group) जैसे कॉरपोरेट घराने भी केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का सपोर्ट कर चुके हैं। इसके साथ ही अग्निवीरों को नौकरी देने की बात भी कह चुके है।
क्या है अग्निपथ योजना-
आपको बता दें कि 14 जून को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तीनों सेना प्रमुखों ने अग्निपथ योजना को लॉन्च किया था। जिसके तहत छात्रों को देश की सेवा करने के लिए 4 साल का मौका मिलेगा। इसमें 25 प्रतिशत लोगों को सेना में परमानेंट रख लिया जाएगा। जिसको लेकर देश में बवाल मचा हुआ है कि आखिर 4 साल की सर्विस के बाद बेरोजगारी होना पड़ जाएगा। वहीं तीनों सेना प्रमुखों ने साफ कर दिया है कि अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा और जल्द ही इस योजना के तहत सेना में भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।