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प्रवासी मजदूरों को मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, लॉन्च हुआ ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’

प्रधानमंत्री मोदी ने 50 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेन्स के जरिए शुभारंभ किया।

नई दिल्ली। कोरोना महासंकट के चलते सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना प्रवासी मजदूरों को करना पड़ रहा है। उन्हें बड़े पैमाने पर घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा है। ऐसे में मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। अब इस हालात से निपटने के लिए मोदी सरकार ने एक बड़ा मेगा प्लान तैयार किया है। इस कड़ी में आज मोदी सरकार ने प्रवासी मजदूरों को बड़ा तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का शुभारंभ किया।

PM Narendra Modi

बिहार रेजिमेंट की वीरता पर सभी को गर्व : प्रधानमंत्री

इस मौके पर उन्होंने लद्दाख में शहीद हुए वीर सपूतों के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि बिहार रेजिमेंट की वीरता पर सभी को गर्व है। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब मैं बिहार के लोगों से बात कर रहा हूं, तो मैं गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहूंगा कि बिहार रेजिमेंट ने जवानों ने लद्दाख में पराक्रम दिखाया है। जिस वजह से हर बिहारी को इस पर गर्व है। जिन वीरों ने बलिदान दिया है उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने 50 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेन्स के जरिए शुभारंभ किया। दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस अभियान को पीएम मोदी ने रिमोट द्वारा बिहार के खगड़िया जिले के ब्लॉक बेलदौर के गांव तेलिहार से शुरुआत की। योजना के शुभारंभ के बाद उन्होंने देश के गांव और ग्रामीणों के प्रयासों की प्रशंसा की जो कोविड-19 से पूरे साहस के साथ सामना कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने प्रवासी मजदूरों से बात भी की और गरीबों को सरकार की ओर से मुफ्त राशन मिलने के बारे में चर्चा की। साथ ही उन्होंने मजदूरों को आज शुरू किए गए रोजगार अभियान के तहत मिलने वाले फायदों से अवगत कराया और कहा कि इसके जरिए प्रवासी श्रमिकों को सशक्त बनाने के लक्ष्य का विवरण दिया।

बता दें कि यह योजना छह राज्यों के 116 जिले, ऐसे हैं जिलों में शुरू की गई है जिनमें से प्रत्येक जिले में कोरोना काल के दौरान शहरों से वापस होने वाले मजदूरों की संख्या 25,000 से ज्यादा हैं। इस योजना की शुरूआत बिहार के अलावा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा और झारखंड में की गई है। इस योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को 125 दिनों तक रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जाएंगे। बता दें कि ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ के तहत 25 तरह के कार्यों को शामिल किया है।

PM Narendra Modi

कार्यों की सूची में सामुदायिक शौचालय, ग्राम पंचायत भवन, वित्त आयोग निधि से करवाए जाने वाले कार्य, राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य, जल संरक्षण, कुओं का निर्माण, पौधारोपण, बागवानी, आंगनवाड़ी केंद्र के साथ-साथ प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनाए रेलवे का काम, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, प्रधानमंत्री किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना को शामिल किया गया है।

Migrants worker

देश के 116 जिलों में लौटे तकरीबन 67 लाख प्रवासी मजदूरों को 125 दिनों तक आजीविका का साधन मुहैया करवाने के लिए प्रधानमंत्री ने शनिवार को जिस ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का शुभारंभ किया, उसमें भारत नेट के तहत फाबर ऑप्टिक केबल बिछाना, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री उर्जा गंगा परियोजना, कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से आजीविका के लिए प्रशिक्षण, जिला खनिज निधि के तहत कार्य, ठोस व तरल कचरा प्रबंधन कार्य, तालाब, पशुशाला, बकरियों व मुर्गों के लिए सायबान, वर्मिकंपोस्ट के कार्यों को भी शामिल किया गया है।