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Modi Visit Telangana: आज तेलंगाना को 13500 करोड़ के प्रोजेक्ट्स की सौगात देंगे पीएम मोदी, दौरे से पहले ही सत्तारूढ़ बीआरएस और कांग्रेस पर साधा तीखा निशाना

तेलंगाना में कुछ समय बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं। तेलंगाना के गठन के बाद से वहां के. चंद्रशेखर राव की सरकार है। पहले उनकी पार्टी का नाम टीआरएस था। जिसे बीते दिनों चंद्रशेखर राव ने बदलकर बीआरएस कर दिया। खास बात ये है कि चंद्रशेखर राव ने विपक्षी गठबंधन में शामिल होने की कोई इच्छा नहीं दिखाई।

हैदराबाद। पीएम नरेंद्र मोदी आज तेलंगाना के दौरे पर जाने वाले हैं। वहां वो 13500 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का तोहफा राज्य की जनता को देंगे। पीएम मोदी 108 किलोमीटर लंबी वारंगल से खम्मम खंड तक एनएच 163जी के फोर लेन एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड हाइवे और खम्मम से विजयवाड़ा के बीच 90 किलोमीटर लंबे फोर लेन एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड हाइवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा मोदी हैदराबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में बनाई गई पांच इमारतों का उद्घाटन करेंगे। ये इमारतें स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, मैथ्स एंड स्टैटिस्टिक्स स्कूल, बिजनेस स्कूल व्याख्यान कक्ष और सरोजिनी नायडू स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड कम्युनिकेशन की हैं। कई और प्रोजेक्ट्स का भी मोदी शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।

तेलंगाना दौरे से पहले पीएम मोदी ने वहां सत्तारूढ़ के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस और कांग्रेस पर निशाना भी साधा। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बीआरएस के कमजोर शासन से तेलंगाना की जनता ऊब चुकी है। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के प्रति भी तेलंगाना की जनता अविश्वास से भरी है। मोदी ने दोनों पार्टियों को वंशवादी बताया और कहा कि जनता की सेवा करने का इनका कोई इरादा नहीं है। मोदी ने ट्वीट में लिखा कि वो 1 अक्टूबर को तेलंगाना के महबूबनगर में बीजेपी की एक रैली को संबोधित करने वाले हैं। मोदी के इस ट्वीट से साफ है कि आज तेलंगाना के दौरे पर वो बीआरएस और कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधने वाले हैं।

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तेलंगाना के सीएम और बीआरएस सुप्रीमो के. चंद्रशेखर राव।

तेलंगाना में कुछ समय बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं। तेलंगाना के गठन के बाद से वहां के. चंद्रशेखर राव की सरकार है। पहले उनकी पार्टी का नाम टीआरएस था। जिसे बीते दिनों चंद्रशेखर राव ने बदलकर बीआरएस कर दिया। खास बात ये है कि चंद्रशेखर राव ने विपक्षी गठबंधन में शामिल होने की कोई इच्छा नहीं दिखाई। वो बीजेपी के साथ ही कांग्रेस के भी धुर विरोधी हैं।