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UP: उपद्रवियों की पैरवी करने मुरादाबाद पुलिस लाइन पहुंचे सपा विधायक, सीओ ने फटकार कर कहा- जाइए वरना…

कमाल अख्तर जब पुलिस लाइन पहुंचे, तो उनके साथ महिलाएं नहीं थीं। कुछ लोग जरूर साथ गए थे। यहां मेडिकल कराने के बाद आरोपियों को रखा गया था। कमाल जब साथियों के साथ भीतर जाने लगे, तो पीछे से कोतवाली इलाके के सीओ महेश चंद्र पहुंच गए।

मुरादाबाद। यूपी के मुरादाबाद में शुक्रवार को हुई पत्थरबाजी के मामले में गिरफ्तार लोगों की पैरवी करने पुलिस लाइन पहुंचे सपा के विधायक और अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री रहे कमाल अख्तर की फजीहत हो गई। पहले कमाल अख्तर अपने साथ तमाम महिलाओं को लेकर जिला अस्पताल में उपद्रव के आरोपियों के मेडिकल के दौरान पहुंचे थे। वहां उनको पुलिस ने मौका नहीं दिया, तो अपने कुछ साथियों के साथ पुलिस लाइन जा पहुंचे। वहां पुलिस के एक सर्किल अफसर CO ने कमाल को फटकार लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। पुलिस लाइन में मौजूद मीडिया के सामने ये घटना हुई।

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कमाल अख्तर जब पुलिस लाइन पहुंचे, तो उनके साथ महिलाएं नहीं थीं। कुछ लोग जरूर साथ गए थे। यहां मेडिकल कराने के बाद आरोपियों को रखा गया था। कमाल जब साथियों के साथ भीतर जाने लगे, तो पीछे से कोतवाली इलाके के सीओ महेश चंद्र पहुंच गए। महेश चंद्र ने विधायक और उनके साथियों से कहा कि तुरंत पुलिस लाइन से बाहर चले जाइए। वरना मेरे पास बिठाने के लिए और भी जगह हैं। पहले से काफी लोग (उपद्रवियों) को मैंने यहां बिठा रखा है। सीओ की इस खरी-खरी पर कमाल के साथ गए एक शख्स ने मौके की नजाकत समझते हुए उन्हें बाहर चलने का इशारा किया। जिसके बाद कमाल बाहर आ गए।

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शुक्रवार को यूपी के कई जिलों की तरह मुरादाबाद में भी जुमे की नमाज के बाद भीड़ सड़क पर उतरी थी। उग्र भीड़ ने जामा मस्जिद चौराहे पर नूपुर शर्मा के सिर कलम के नारे लगाए गए थे और उपद्रव किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया था और बाद में 25 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में 10 नामजद और कई दर्जन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज है। सुरक्षा कारणों से पुलिस इन सभी से किसी को भी नहीं मिलने दे रही है। यहां तक कि आरोपियों को कोर्ट की जगह मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया गया। जिसके बाद सभी को जेल भेजा गया है।