फ्रांस की रक्षा मंत्री की मौजूदगी में हथियारों से लैस Rafale गुरुवार को Air Force में होगा शामिल
एक तरफ जहां सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन (India & China) के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच भारत को कल यानी कि 10 सितंबर से लड़ाकू विमान राफेल (Rafale Jet) की ताकत मिलने जा रही है।
नई दिल्ली। एक तरफ जहां सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन (India & China) के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच भारत को कल यानी कि 10 सितंबर से लड़ाकू विमान राफेल (Rafale Jet) की ताकत मिलने जा रही है। भारतीय वायुसेना के लिए गेमचेंजर माने जा रहे राफेल लड़ाकू विमान गुरुवार को आधिकारिक रूप से वायुसेना में शामिल होंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इन राफेल को वायुससेना में औपचारिक रूप से शामिल कराएंगे। आपको बता दें कि फ्रांस के साथ हुए समझौते के तहत राफेल फाइटर जेट की पहली खेप जुलाई में अंबाला एयरबेस पहुंची थी जिसमें 5 राफेल शामिल थे।
वहीं इस अहम पल का साक्षी बनने के लिए कई हस्तियां अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंच रही हैं। समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पैरी भी मौजूद होंगी। पैरी आधिकारिक यात्रा पर भारत आ रही हैं।
सीडीएस बिपिन रावत, एयर चीफ मार्शल रहेंगे मौजूद
इसके अलावा सीडीएस बिपिन रावत, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, रक्षा विभाग (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के सचिव डॉ जी सतीश रेड्डी और डीआरडीओ के चेयरमैन मौजूद रहेंगे।
Indian Air Force will formally induct Rafale aircraft on 10th September 2020 at Air Force Station, Ambala. The aircraft will be part of 17 Squadron,the ‘Golden Arrows’. First five Indian Air Force Rafale aircraft arrived at Air Force Station from France on July 27: IAF (File pic) pic.twitter.com/xL1eGlvIRA
— ANI (@ANI) September 9, 2020
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में राफेल को वायुसेना में शामिल करने से पहले पारंपरिक सर्व धर्म पूजा की जाएगी। इसके बाद राफेल लड़ाकू विमान, तेजस एयरक्राफ्ट और सारंग एयरोबेटिक टीम आसमान में उड़ान भरेगा और शानदार एयर डिस्पले प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद राफेल लड़ाकू विमानों को पारंपरिक वाटर कैनन सैल्यूट दिया जाएगा। इसके साथ ही राफेल लड़ाकू विमान वायुसेना की गौरवशाली टीम का हिस्सा बन जाएगा।
फ्रांस की एयरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल विमान को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल करने की औपचारिकताएं अभी तक पूरी नहीं की गई थीं। कंपनी ने भारतीय वायुसेना को पहले बैच में 10 राफेल विमानों की डिलीवरी दी थी, जिनमें से 5 को भारतीय पायलटों की ट्रेनिंग के लिए फिलहाल फ्रांस में ही रखा गया है।