newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

विकास दुबे के एनकाउंटर पर राहुल गांधी का तंज, कहा- कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी

वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर बिना नाम लिये निशाना साधा है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या करने का आरोपी विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर ले जाते समय कार पलटने के बाद भागने की कोशिश में मारा गया है। पुलिस के एनकाउंटर पर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर बिना नाम लिये निशाना साधा है।

Rahul Gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में ट्वीट करते हुए लिखा,”हजारों जवाबों से अच्छी है खामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली”

इसी कड़ी में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि, ‘उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई। कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जांच होनी चाहिए।

इससे कुछ देर पहले उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा था, ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?

गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले पर उत्तर प्रदेश में कानपुर पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने विकास दुबे के एनकाउंटर की पूरी कहानी बताई। उन्होंने कहा, पहले विकास दुबे से सरेंडर करने के लिए कहा गया था लेकिन उसने पुलिसवालों को जान मारने की नियत से फायरिंग की। जिसके बाद बचाव में पुलिस ने उसपर गोली चलाई।

UP ADG-Law&Order Prashant Kumar

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे को गिरफ्तार किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश एसटीएफ पुलिस उसे कानपुर लगा रही थी।कानपुर पहुंचने से पहले पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई। दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान विकास दुबे ने घायल पुलिसवालों की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम ने उसे घेरकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। लेकिन वह नहीं माना और जान से मारने की नियत से पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की गई, जिसमें वह घायल हो गया। उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।