नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या करने का आरोपी विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर ले जाते समय कार पलटने के बाद भागने की कोशिश में मारा गया है। पुलिस के एनकाउंटर पर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर बिना नाम लिये निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में ट्वीट करते हुए लिखा,”हजारों जवाबों से अच्छी है खामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली”
कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी
न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 10, 2020
इसी कड़ी में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि, ‘उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई। कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई।
कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच होनी चाहिए pic.twitter.com/vRHQlsaJ3y
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
इससे कुछ देर पहले उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा था, ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले पर उत्तर प्रदेश में कानपुर पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने विकास दुबे के एनकाउंटर की पूरी कहानी बताई। उन्होंने कहा, पहले विकास दुबे से सरेंडर करने के लिए कहा गया था लेकिन उसने पुलिसवालों को जान मारने की नियत से फायरिंग की। जिसके बाद बचाव में पुलिस ने उसपर गोली चलाई।
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे को गिरफ्तार किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश एसटीएफ पुलिस उसे कानपुर लगा रही थी।कानपुर पहुंचने से पहले पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई। दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान विकास दुबे ने घायल पुलिसवालों की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम ने उसे घेरकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। लेकिन वह नहीं माना और जान से मारने की नियत से पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की गई, जिसमें वह घायल हो गया। उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।