जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस में मची रार को मंत्रिमंडल में सचिन पायलट खेमे के चार विधायकों को शामिल कर सीएम अशोक गहलोत ने खत्म करने की कोशिश भले की, लेकिन मंत्री बनाकर पायलट खेमे को साधने की इस कोशिश में कई और विधायक नाराज हो गए हैं। एक विधायक डॉक्टर दयाराम परमार ने तो बाकायदा गहलोत को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी का मजमून सुनकर आपको पता चल जाएगा कि राजस्थान कांग्रेस में मची रार अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। दयाराम परमार उदयपुर जिले के खेरवाड़ा से कांग्रेस के विधायक हैं। उन्होंने गहलोत को चिट्ठी में लिखा है, ‘माननीय मुख्यमंत्री महोदय। निवेदन है कि मंत्री मण्डल गठन के बाद ऐसा लगता है कि मंत्री बनने के लिए कोई विशेष योग्यता की आवश्यकता होती है। कृपया हमें बताने की कृपा करें कि विशेष काबिलियत क्या है ? उसको हासिल करके भविष्य में मंत्री बनने की कोशिश की जाए।’ साफ है कि दयाराम परमार ने इस चिट्ठी के जरिए गहलोत और कांग्रेस आलाकमान पर सीधा तंज कसा है।
बता दें कि कल ही राजस्थान मंत्रिमंडल में अशोक गहलोत ने फेरबदल किया था। उन्होंने अपने विरोधी सचिन पायलट कैंप के चार विधायकों को मंत्री बनाया। गहलोत के इस कदम के बाद पायलट ने भी कहा था कि राजस्थान कांग्रेस में कोई रार नहीं है और सब मिलकर अगला विधानसभा चुनाव फिर से जीतने की तैयारी कर रहे हैं। गहलोत ने भी कहा था कि अब जनता की सारी आकांक्षाएं पूरी कर कांग्रेस दोबारा राजस्थान जीतने की तैयारी में जुटने जा रही है।
गहलोत और सचिन पायलट के बीच भले ही अब रार कम हो गई हो, लेकिन मंत्रिमंडल फेरबदल ने दयाराम परमार समेत तमाम विधायकों को नाराज कर दिया है। बाकी विधायक तो चुप हैं, लेकिन परमार अपनी नाराजगी छिपा नहीं सके हैं। इसी वजह से उन्होंने गहलोत को सीधे चिट्ठी लिखकर तंज कसा है।