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राजस्थान : एक महीने बाद बनी बात, भाजपा ने कसा तंज, कहा- कांग्रेस का आलाकमान नेतृत्वहीन

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने पायलट को आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य की राजनीति के बारे में उनकी शिकायतों का संज्ञान लिया जाएगा।

नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस की खटपट आखिर एक महीने के बाद ठीक होती दिख रही है। सचिन पायलट की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद अब राजस्थान में कांग्रेस के अंदर चल रहे सियासी जंग खत्म होने के कगार पर है। अब जब बात बनती दिख रही है तो भाजपा की तरफ से तंज कसते हुए कहा गया है कि, कांग्रेस का आलाकमान दिशाहीन है।

Ashok Gahlot Sachin Pilot

राजस्थान BJP प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस की इस स्थिति पर कहा है कि, ’31दिन बाद ये ही होना था तो ये कांग्रेस आलाकमान बहुत पहले कर सकता था। इसका मतलब है कि कांग्रेस का आलाकमान भी नेतृत्वहीन, दिशाहीन, मुद्दाविहीन है। ऐसी परिस्थिति में उस दल से किसी न्याय की अपेक्षा नहीं की जा सकती।’

Satish punia

बता दें कि राजस्थान कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट की शिकायत पर गौर करने के लिए कांग्रेस तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी। पायलट ने सोमवार को राहुल गांधी से मुलाकात की, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। पार्टी ने कहा कि दोनों नेताओं ने एक स्पष्ट, खुली और निर्णायक चर्चा की।

पार्टी महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि,  “सचिन पायलट ने राहुल गांधी जी से मुलाकात की और उन्हें विस्तार से अपनी चिंताओं से अवगत कराया। दोंनों के बीच स्पष्ट, खुली और निर्णायक बातचीत हुई।” उनके मुताबिक, पायलट ने कांग्रेस पार्टी और राजस्थान में कांग्रेस सरकार के हित में काम करने की प्रतिबद्धता जताई है।

Sachin Pilot Ashok Gahlot Rahul gandhi rajsthan

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने पायलट को आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य की राजनीति के बारे में उनकी शिकायतों का संज्ञान लिया जाएगा और उनकी पिछली स्थिति उप मुख्यमंत्री और राज्य के पार्टी प्रमुख को बहाल किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि पायलट खेमे ने अहमद पटेल सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं से संपर्क किया था और हालिया घटनाक्रम पर राहुल गांधी को भी विश्वास में लिया गया है और उन्होंने इस कदम का समर्थन किया है।