नई दिल्ली। एक तरफ जहां देशभर में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। हालांकि दो दिनों से लगातार कोरोना के नए मामले 3 लाख से कम सामने आ रहे है। लेकिन इस वायरस के चलते लोगों के मरने की संख्या अब भी 4 हजार से अधिक है। जो कि एक चिंता का विषय है। वहीं कोरोना संकट के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन लंबे समय से जारी है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (RakeshTikait) का बेतुका बयान सामने आया है। इतना ही नहीं टिकैत ने महामारी के इस समय में केंद्र सरकार को चेतावनी भी दे डाली है।
दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि नए कानून अगर वापस नहीं लिए गए तो किसान फसलों का उत्पादन करना कम करेंगे। टिकैत ने कहा कि किसान जब फसलों एवं अनाज का उत्पादन कम करते हैं तो उन्हें फसलों की ज्यादा कीमत मिलती है और जब उत्पादन ज्यादा होता है तो उन्हें लाभ कम मिलता है।
यहां देखिए पूरा इंटरव्यू-
#Exclusive | We have been protesting for so long … Where is the government? Neither the Opposition is supporting us, they’re not raising our concerns. Let the Govt repeal the 3 laws & bring a law for MSP: @RakeshTikaitBKU tells TIMES NOW. pic.twitter.com/vNOiqpgeFU
— TIMES NOW (@TimesNow) May 18, 2021
सौजन्य- टाइम्स नाउ
एक अंग्रेजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए किसान नेता टिकैत ने कहा कि, ‘हमारी किसानों बात हुई है। गांव के लोगों का कहना है कि जब भी किसान ने उत्पादन बढ़ाया है तो उसे नुकसान हुआ है। फसल का उत्पादन करने के लिए किसान डीजल, दवाइयां और श्रम लगाता है और जब उत्पादन ज्यादा होता है तो उसे सही कीमत नहीं मिलती है। किसानों का लगता है कि कम उत्पादन करने पर उन्हें ज्यादा फायदा मिलेगा। यह सोचकर इस बार वह फसलों का कम उत्पादन करने की सोच रहा है।’