Ayodhya Ram Mandir: इस दिन गर्भगृह में विराजमान होंगे राम लला, सामने आ गई डेट

Ayodhya Ram Mandir: उन्होंने मीडिया से मुखातिब होने क्रम में कहा कि अक्टूबर माह तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि अब तक मंदिर निर्माण से संबंधित 60 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। अक्टूबर तक मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो जाएगा और प्राण प्रतिष्ठा के 1 जनवरी से 14 जनवरी के बीच होने की संभावना है।

सचिन कुमार Written by: January 13, 2023 3:49 pm

नई दिल्ली। 9 नवंबर, 2019 ही वो तारीख थी, जब सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला सुनाकर राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था और मुस्लिम पक्ष के लिए भी मस्जिद निर्माण के लिए अलग से भूमि आवंटित की थी। हालांकि, बाद में कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की तरफ से पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई थी, लेकिन कोर्ट ने इन याचिकाओं को भी खारिज कर राम मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करने के साथ ही दृढ़ भी कर दिया। वहीं, कोर्ट के फैसले के बाद राम भक्तों में यह जानने की आतुरता अपने चरम पर पहुंच चुकी है कि आखिर अयोध्या में मंदिर कब तैयार होने जा रहा है?

हालांकि, मंदिर निर्माण का काम युद्धस्तर पर जारी है। जल्द ही निर्माण कार्य संपन्न हो जाएगा। निर्माण के संदर्भ में पूरी रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। बीते दिनों खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू में राम मंदिर के निर्माण संपन्न होने की तारीख का ऐलान किया था, जिसके बाद रामजन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने बता दिया है कि आखिर मंदिर निर्माण का कार्य कब तक संपन्न हो जाएगा और कब गर्भ गृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी?

उन्होंने मीडिया से मुखातिब होने क्रम में कहा कि अक्टूबर माह तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि अब तक मंदिर निर्माण से संबंधित 60 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। अक्टूबर तक मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो जाएगा और प्राण प्रतिष्ठा के 1 जनवरी से 14 जनवरी के बीच होने की संभावना है। अगर सबकुछ तय योजनाओं के मुताबिक हुआ, तो आगामी वर्ष तक मंदिर निर्माण का मार्ग तैयार हो जाएगा।

उनके बयान पर गौर फरमाने से पता चलता है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा। अगर ऐसा हुआ, तो यह आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व बीजेपी के लिए बड़ा मुद्दा बन सकता है, जिससे पार्टी आम जनता को रिझाने की दिशा में कोशिश कर सकती है। बहरहाल, अब आगामी दिनों राम मंदिर निर्माण की दिशा राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। चंपत राय ने भगवान राम की मूर्ति 5 से 7 फीट की बालक स्वरूप में होगी। प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा ऐसे की जाएगी कि श्रद्धालु 25 से 30 फुट की दूरी से राम लला के दर्शन कर सकें। वहीं, प्रतिमा का चेहरा, अंगुलियों के बारे में अभी तक फैसला नहीं लिया गया है।

हालांकि, अभी इस पर बैठकों का सिलसिला जारी है। बड़े-बड़े शिल्पकारों से इस पर चर्चा की जा रही हैं। अब ऐसे में आगामी दिनों में भगवान राम की मूर्ति कैसी रहती है। यह तो फिलहाल भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है। वहीं, श्रद्धालु बिना किसी दुश्वारियों का सामना किए भगवान राम का दर्शन कर सकें। इसके लिए वैज्ञानिकों का अध्ययन भी जारी है। बताया जा रहा है कि भगवान राम की प्रतिमा का स्वरूप फाइनल होने के बाद उसे ट्रस्ट के सामने पेश किया जाएगा। ध्यान रहे कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की दिशा में मार्ग तैयार करने के लिए लंबी कानून जंग लड़नी पड़ी है। कई लोगों ने अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी है। अयोध्या में राम मंदिर को मूर्त देने की दिशा में पूरी रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। अब जल्द इसके संपन्न होने का इंतजार है।