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साधु-सन्यासियों की है इच्छा ‘वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं, अयोध्या आकर भूमि पूजन करें PM मोदी’

राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे राम विलास वेदांती का कहना है कि, दिव्य राम मंदिर निर्माण की लोगों की इच्छा अवश्य पूरी होगी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों अयोध्या में गगनचुंबी राम मंदिर निर्माण की बात कहते रहे हैं।

नई दिल्ली। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से लेकर साधु-संत सभी की मंशा है कि पीएम मोदी इस भूमि पूजन में शामिल हों। इसके लिए पीएम को लिखे पत्र में कहा गया है कि, पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या वर्चुअल तरीके से राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में हिस्सा लेने के बजाय खुद अयोध्या आकर कार्यक्रम में शामिल हों।

Ram Mandir Modi

कोरोना संकट के बीच हो रहे राम मंदिर भूमि पूजन में पीएम मोदी का अयोध्या आने का कार्यक्रम तय नहीं हो पा रहा है, जिसकी वजह से भूमि पूजन में समय लग रहा है। इसके अलावा भूमि के समतलीकरण और भार उठाने की क्षमता के आकलन का काम पूरा कर लिया गया है। बता दें कि भूमि पूजन के लिए अयोध्या के साधु संतों से लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने पीएम मोदी को निमंत्रण पत्र भेजकर भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है, जिससे 2022 में रामनवमी का त्यौहार राललला के भव्य मंदिर में मनाया जाए। इसके लिए बकायदा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने पीएम को निमंत्रण दिया है।

First Meeting of Ram Mandir Trust

पीएम मोदी के अयोध्या आने को लेकर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास कहते हैं हम लोगों की एक ही इच्छा है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद अयोध्या आकर भूमि पूजन करें। पीएम मोदी के हाथों राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ हो, क्योंकि लंबे समय के बाद यह मौका आया है।

इसके अलावा अयोध्या संत सभा के अध्यक्ष कन्हैया दास कहते हैं कि इससे अच्छा क्या होगा कि भव्य राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो। यह राम मंदिर निर्माण की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए सुखद अनुभूति का क्षण होगा और खुद प्रधानमंत्री के लिए भी राम लला की अनुकंपा पाने का मौका होगा।

ram mandir ayodhya

वहीं राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे राम विलास वेदांती का कहना है कि, दिव्य राम मंदिर निर्माण की लोगों की इच्छा अवश्य पूरी होगी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों अयोध्या में गगनचुंबी राम मंदिर निर्माण की बात कहते रहे हैं।

भूमि पूजन’ में देरी से बेचैन हो रही है अयोध्या

प्रस्तावित राम मंदिर के ‘भूमिपूजन’ को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के कारण अयोध्या के संत नाराज हैं। संत चाहते हैं कि राम मंदिर का काम ‘सावन’ के महीने में बिना किसी देरी के शुरू हो जाना चाहिए। यह महीना 6 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त को समाप्त होगा।

महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा, “हमने प्रधानमंत्री से ‘भूमि पूजन’ में भाग लेने का अनुरोध किया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास इस संबंध में एक औपचारिक पत्र भी भेज रहे हैं। हम चाहते हैं कि मंदिर का निर्माण ‘सावन’ के महीने में शुरू हो।”

उन्होंने आगे कहा कि संत चाहते हैं कि प्रधानमंत्री कार्यक्रम के लिए यहां आएं, ना कि वर्चुअल तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करें। संत चाहते हैं कि मंदिर का उद्घाटन 2022 में ‘राम नवमी’ के मौके पर हो। संयोग से, यह वही समय होगा जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होंगे।