अयोध्या। अयोध्या के सर्किट हाउस में शुक्रवार को राममंदिर (Ram Mandir) निर्माण समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी के सलाहकार रहे और समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र (Nripendra Mishra) ने की। बैठक में एक हजार साल तक अक्षुण्ण रहने वाले राममंदिर और उसकी भव्यता को लेकर करीब तीन घंटे तक मंथन किया गया।
39 माह में पूरा किया जा सकता है राममंदिर निर्माण
बैठक में उन्होंने अब तक हुए कार्यों की प्रगति की जानकारी ली, साथ ही इंजीनियरिंग संस्थान समेत टाटा व एलएंडटी के विशेषज्ञों के प्रजेंटेशन देखकर आगे के कार्यों को लेकर रणनीति बनाई। मंदिर निर्माण के छोट-छोटे पहलुओं पर चर्चा भी हुई। बैठक में इस बात पर भी विचार हुआ कि कैसे मंदिर का निर्माण 39 माह में पूरा किया जा सकता है।
राम मंदिर निर्माण में शामिल होगी टाटा कंस्ट्रक्शन
राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने शुक्रवार को एलएंडटी सहित आईआईटी चेन्नई के विशेषज्ञों के साथ राममंदिर निर्माण के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की। बैठक में पहली बार टाटा कंपनी के विशेषज्ञ इंजीनियरों को भी बुलाया गया था और उनसे भी राम मंदिर निर्माण के विषय में राय ली गई। राममंदिर निर्माण किस तरह से 39 माह में पूरा कर लिया जाए, इसको लेकर खाका खींचा गया।
ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कही ये बात
वहीं, बैठक संपन्न होने के बाद ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि बैठक में राम मंदिर निर्माण के कार्य प्रगति पर चर्चा हुई। समिति चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण संबंधी जानकारियां लीं। इसके साथ ही बैठक में मौजूद विभिन्न विशेषज्ञों से राय भी ली गयी। बैठक में राम मंदिर की आयु 1000 वर्ष को लेकर भी चर्चा हुई, ताकि मंदिर मजबूत बने और इसकी आयु 1000 वर्ष हो।