नई दिल्ली। देश में फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर है जो पहली लहर जितनी मजबूत नहीं है। ऐसे में लोगों द्वारा कोरोना की गाइडलाइंस के उल्लंघन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लोगों द्वारा कोरोना को हल्के में लिया जा रहा है जिससे तीसरी लहर की आशंरा बनी हुई है। इस बीच फाइजर (Pfizer) एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) वैक्सीन को लेकर ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुन आपके होश उड़ जाएंगे। दरअसल, देश ही नहीं दुनियाभर में कोरोना को मात देने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए वैक्सीनेशन में तेजी लाई जा रही है। सरकारें ये चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन होने पर लोगों को इस महामारी से बचाया जा सकेगा। लेकिन इस बीच ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन (UCL) में वैक्सीन से जुड़ी एक शोध में चौकाने वाली बात सामने आई है।
वैक्सीन को लेकर किए गए शोध में ये कहा गया है कि जो भी लोग फाइजर (Pfizer) एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) वैक्सीन लगवाते हैं तो उनकी एंटीबॉडी का स्तर छह सप्ताह के बाद कम होना शुरू हो जाता है। एंटीबॉडी का ये स्तर दस सप्ताह या दो से तीन महीने में पचास फीसदी तक कम हो सकता है जो की चिंता का विषय है। क्योंकि अगर वैक्सीन लेने के बाद अगर शरीर में मौजूद एंटीबॉडी का लेवल इसी दर से गिरता रहेगा तो लोगों का कोरोना की तीसरी लहर में आना पक्का है। शोध में इसे खास तौर पर नए वेरिएंट के खिलाफ माना गया है।
रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि एस्ट्राजेनेका के दो खुराक की तुलना में फाइजर वैक्सीन की दो खुराक लेने के बाद एंटीबॉडी का स्तर काफी अधिक बना रहता है। भारत में एस्ट्राजेनेका, कोविशील्ड (Covishield) के रूप में जानी जाती है। रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि पहले SARS-CoV-2 संक्रमित लोगों के मुकाबले टीकाकरण वाले लोगों में एंटीबॉडी का स्तर ज्यादा पाया गया था।
केरल में रिकॉर्ड स्तर पर आ रहे मामले
बकरीद के मौके पर बाजारों को खोलने का केरल सरकार (Kerala Govt) का फैसला पूरे देश को भारी पड़ रहा है। दरअसल केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। बता दें कि कोरोना के सबसे ज्यादा मामले केरल में दर्ज किए गए है। बीते 24 घंटे में केरल में 22 हजार से ज्यादा मामले सामने आए है, जबकि 156 मरीजों की मौत हुई है। केरल एकलौता राज्य जहां पिछले 50 दिन में पहली बार 20 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि एक तरफ जहां केंद्र की मोदी सरकार कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है, जिसके सकारात्मक नतीजे भी देखने को मिले हैं। मगर उसके उलट केरल की पिनराई विजयन सरकार कोरोना को काबू करने में विफल साबित हो रही है। इतना ही नहीं बकरीद के मौके पर केरल के सीएम पिनराई विजयन ने तीन दिन 18, 19 और 20 जुलाई को सारी दुकानें खुलवा दी थीं। जिसका खामियाजा अब पूरे देश को भुगतना पड़ सकता है। इतना ही नहीं अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि कहीं राज्य में तीसरी लहर का आगाज तो नहीं हो गया है।